बरेली: लॉकडाउन के बावजूद नोएडा पुलिस ने जिस तरह से महिला की मदद की, वो बेहद सराहनीय है. जिसके बाद महिला ने पुलिस को भगवान का दर्जा दे डाला. दरअसल अनीश खान नाम के शख्स की तमन्ना प्रसव पीड़ा से तड़प रहीं थी. तभी नोएडा के डीसीपी रणविजय और बरेली के एसएसपी शैलेश पांडेय ने महिला की मदद की. महिला ने एक बच्चे को दन्म दिया है. महिला का कहना है कि उसकी गोद में ये जूनियर रणविजय है.
तमन्ना आज मीडिया की सुर्ख़ियो में हैं. तमन्ना का कहना है की मेरे लिए तो बरेली और नोएडा की पुलिस गॉड से कम नहीं है. तमन्ना डीसीपी रणविजय की कार्यशैली से इतनी प्रभावित हुई की उन्होंने अपने बेटे का नाम भी रणविजय रख दिया है. और वो चाहती है की उनका बेटा भी बड़ा होकर डीसीपी रणविजय बने और मुसीबत में फंसे लोगों की मदद करे. तमन्ना का कहना है, कि उनके पास शब्द नहीं है कि वो कैसे नोएडा और बरेली पुलिस का शुक्रिया अदा करें.
दरअसल, तमन्ना 9 महीने की गर्भवती थीं और वो प्रसव पीड़ा से पेरशान थीं. वो घर पर अकेली थीं और उनके पति अनीश खान नोएडा में लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए थे. जिसके बाद तमन्ना ने अपनी वीडियो बनाकर बरेली के सोशल मीडिया पर वायरल कर दी. जिसके बाद उनकी मदद बरेली के एसएसपी शैलेश पांडेय ने की.
शैलेश पांडेय ने तमन्ना को फोन करके उसके पति अनीश खान का मोबाइल नम्बर लिया और उसके बाद वो नम्बर नोएडा के एडीसीपी रणविजय को दिया. जिसके बाद डीसीपी रणविजय ने उनके पति को फोन करके उनका पता पूछा और फिर कार से अनीश को बरेली भेज दिया. जिसके बाद अनीश अपनी पत्नी को लेकर निजी अस्पताल पहुंचे जहां पर उनकी पत्नी ने 26 मार्च की सुबह करीब 3 बजे एक बेटे को जन्म दिया.
तमन्ना के पति अनीश खान का कहना है, कि वो अपनी पत्नी और बेटे के साथ काफी खुश हैं. और ये सब हो सका है नोएडा के डीसीपी रणविजय और बरेली के एसएसपी शैलेश पांडेय की मदद से.
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