नई दिल्ली/ग्रे. नोएडा: कोविड-19 महामारी में लगने वाले जीवनदायी इंजेक्शन रेमेडेसीवर के लिए जहां लोग भटक रहे हैं. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इन इंजेक्शन की कालाबाजारी करके अवैध धन अर्जित करने का काम कर रहे हैं, जिसका जीता-जागता उदाहरण ग्रेटर नोएडा के थाना नॉलेज पार्क क्षेत्र में देखने को मिला.
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चार अभियुक्त को पुलिस ने किया गिरफ्तार
ग्रेटर नोएडा के थाना नाॅलेज पार्क पुलिस की तरफ से कोविड-19 महामारी मे ग्रसित व्यक्तियों के जीवनदायी इंजेक्शन रेमेडेसीवर की कालाबाजारी करते चार अभियुक्त को गिरफ्तार किया है. जिनके कब्जे से इंजेक्शन बिक्री के करीब 50 हजार रुपये नकद व घटना में प्रयुक्त कार बरामद हुई है. वहीं इस मामले में दो मुख्य आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं, जिनकी पुलिस तलाश करने में लगी हुई है.
पुलिस की तरफ से प्रयास किया जा रहा
कोविड के इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए चार लोगों की गिरफ्तारी और बरामदगी के सम्बंध में ज्यादा जानकारी देते हुए एडिसनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा विशाल पांडेय ने बताया कि जहां चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं विकास कौशिक जो सीएमओ ऑफिस गौतमबुद्धनगर मे संविदा कर्मचारी है तथा सुमित जो एम्स दिल्ली में लैब टैक्निशियन है कि भी इस कृत्य में संलिप्तता पायी गयी है. जिनकी गिरफ्तारी के लिये पुलिस की तरफ से प्रयास किया जा रहा है, जिन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
महामारी अधिनियम और धाराओं में मामला दर्ज
पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 120बी आईपीसी व औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम 1940 की धारा 10,18ए ,27,96 व महामारी अधिनियम की धारा 3, आपदा प्रबन्धन अधिनियम की धारा 52/53 थाना नॉलेज पार्क गौतमबुद्धनगर पर पंजीकृत किया गया है.