नोएडा: कमजोर तो नहीं पड़ने लगा इस शहर का पहला एलिवेटेड रोड? यह सवाल इसलिए कि प्राधिकरण ने सेक्टर 31/25 एलिवेटेड रोड पर ओवर हाइट बैरियर लगाकर भारी वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया है. महज़ 3 साल पहले नोएडा के 4.80 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड तैयार किया गया था, लेकिन अब इस पर भारी वाहन नहीं चल सकेंगे. ऐसे में अचानक इस व्यवस्था से कई अटकलें शुरू हो गई हैं.
आखिर क्यों लगाना पड़ा ओवरहाइट बैरियर ?नोएडा: कमजोर तो नहीं पड़ने लगा शहर का पहला एलिवेटेड रोड?
नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर 31/25 एलिवेटेड रोड पर ओवर हाइट बैरियर लगाकर भारी वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया है. ऐसे में अचानक इस व्यवस्था से कई अटकलें शुरू हो गई हैं.
बैरियर.
नोएडा: कमजोर तो नहीं पड़ने लगा इस शहर का पहला एलिवेटेड रोड? यह सवाल इसलिए कि प्राधिकरण ने सेक्टर 31/25 एलिवेटेड रोड पर ओवर हाइट बैरियर लगाकर भारी वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया है. महज़ 3 साल पहले नोएडा के 4.80 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड तैयार किया गया था, लेकिन अब इस पर भारी वाहन नहीं चल सकेंगे. ऐसे में अचानक इस व्यवस्था से कई अटकलें शुरू हो गई हैं.
आखिर क्यों लगाना पड़ा ओवरहाइट बैरियर ?
नोएडा के सेक्टर 28 विश्व भारती स्कूल सेक्टर 61 शॉप्रिक्स मॉल तक बनने वाले इस एलिवेटेड रोड पर भारी वाहनों के प्रवेश को रोकने की कवायद चल रही है. सेक्टर 31/25 चौराहे से एलिवेटेड पर चढ़ने वाले भारी वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए ओवरहाइट बैरियर लगा दिए गए हैं. हालांकि शहर में यातायात व्यवस्था में बदलाव के दौरान ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की जाती है, लेकिन एलिवेटेड रोड पर बिना किसी एडवाइजरी के भारी वाहनों के प्रवेश पर लगी रोक कई सवाल खड़े करती है. साल 2019 में एलिवेटेड रोड पर कई जगह दरारें आने की शिकायत मिली तब प्रोजेक्ट की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हुए थे.
480 करोड़ रुपये में बनकर हुआ तैयार
शहर का पहला एलिवेटेड रोड 28 जून 2017 को 480 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया और जनता को समर्पित किया गया था. एलिवेटेड रोड को बनाने में 79 हजार मैट्रिक टन सीमेंट और 26 हजार टन स्टील का इस्तेमाल किया गया था. प्राधिकरण ने तय समय से 4 महीने पहले एलिवेटेड तैयार कर दिया था. हालांकि इसके बनने के 2 साल बाद इसमें खामियां मिलने लगी थी.
नोएडा के सेक्टर 28 विश्व भारती स्कूल सेक्टर 61 शॉप्रिक्स मॉल तक बनने वाले इस एलिवेटेड रोड पर भारी वाहनों के प्रवेश को रोकने की कवायद चल रही है. सेक्टर 31/25 चौराहे से एलिवेटेड पर चढ़ने वाले भारी वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए ओवरहाइट बैरियर लगा दिए गए हैं. हालांकि शहर में यातायात व्यवस्था में बदलाव के दौरान ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की जाती है, लेकिन एलिवेटेड रोड पर बिना किसी एडवाइजरी के भारी वाहनों के प्रवेश पर लगी रोक कई सवाल खड़े करती है. साल 2019 में एलिवेटेड रोड पर कई जगह दरारें आने की शिकायत मिली तब प्रोजेक्ट की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हुए थे.
480 करोड़ रुपये में बनकर हुआ तैयार
शहर का पहला एलिवेटेड रोड 28 जून 2017 को 480 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया और जनता को समर्पित किया गया था. एलिवेटेड रोड को बनाने में 79 हजार मैट्रिक टन सीमेंट और 26 हजार टन स्टील का इस्तेमाल किया गया था. प्राधिकरण ने तय समय से 4 महीने पहले एलिवेटेड तैयार कर दिया था. हालांकि इसके बनने के 2 साल बाद इसमें खामियां मिलने लगी थी.