ETV Bharat / state

ग्रेटर नोएडा: युवक की पिटाई के मामले में अधिकारियों ने लिया संज्ञान - police beat up young man in greater noida

ग्रेटर नोएडा में पुलिस पर एक युवक को बुरी तरह पीटने का आरोप लगा है. युवक की शिकायत पर पुलिस अधिकारियों ने प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर एक सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है.

पुलिस ने युवक को बुरी तरह पीटा
पुलिस ने युवक को बुरी तरह पीटा
author img

By

Published : Jun 1, 2020, 4:25 PM IST

ग्रे.नोएडा: जिले के थाना दनकौर स्थित मकनपुर गांव में एक युवक को पुलिसकर्मी ने एक महिला के घर में प्रेम पत्र फेंकने के आरोप में पूछताछ के लिए स्पोर्ट सिटी पुलिस चौकी ले गई. जहां पुलिस ने उसे कमरे में बंद कर बुरी तरह पीटा, जिससे उसके शरीर की चमड़ी उतर गई. युवक के पूरे शरीर पर पिटाई के निशान हैं.

पुलिस ने युवक को बुरी तरह पीटा.

युवक का कहना है उसकी पिटाई गांव के प्रधान की शह की वजह से की गई, जिसका उसने चुनाव में विरोध किया था. बाद में युवक का धारा 151 में चालान कर दिया गया. इस मामले में युवक की शिकायत पर पुलिस अधिकारियों ने प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर एक सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को सस्पेंड कर मामले की जांच एसीपी थर्ड को सौंपी है.

पीड़ित का पुलिस पर आरोप
सुनील का आरोप है उसे छोड़ने के लिए दारोगा ने 50 हजार की मांग की. उसके पास 5 हजार रुपए थे. उसने कुछ पैसे देकर बाकी पैसे 4 दिनों में देने कि बात कहकर जान बचाई. जिसके बाद पुलिस ने उसका चालान 151 में कर दिया, उसने जमानत करने के बाद अधिकारियों से शिकायत की. सुनील की शिकायत पर पुलिस अधिकारियों ने एसीपी थर्ड को मामले जांच सौपी और प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर एक सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को सस्पेंड करते हुए उनके खिलाफ कठोरतम दंडात्मक कार्रवाई की है.

ग्रे.नोएडा: जिले के थाना दनकौर स्थित मकनपुर गांव में एक युवक को पुलिसकर्मी ने एक महिला के घर में प्रेम पत्र फेंकने के आरोप में पूछताछ के लिए स्पोर्ट सिटी पुलिस चौकी ले गई. जहां पुलिस ने उसे कमरे में बंद कर बुरी तरह पीटा, जिससे उसके शरीर की चमड़ी उतर गई. युवक के पूरे शरीर पर पिटाई के निशान हैं.

पुलिस ने युवक को बुरी तरह पीटा.

युवक का कहना है उसकी पिटाई गांव के प्रधान की शह की वजह से की गई, जिसका उसने चुनाव में विरोध किया था. बाद में युवक का धारा 151 में चालान कर दिया गया. इस मामले में युवक की शिकायत पर पुलिस अधिकारियों ने प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर एक सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को सस्पेंड कर मामले की जांच एसीपी थर्ड को सौंपी है.

पीड़ित का पुलिस पर आरोप
सुनील का आरोप है उसे छोड़ने के लिए दारोगा ने 50 हजार की मांग की. उसके पास 5 हजार रुपए थे. उसने कुछ पैसे देकर बाकी पैसे 4 दिनों में देने कि बात कहकर जान बचाई. जिसके बाद पुलिस ने उसका चालान 151 में कर दिया, उसने जमानत करने के बाद अधिकारियों से शिकायत की. सुनील की शिकायत पर पुलिस अधिकारियों ने एसीपी थर्ड को मामले जांच सौपी और प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर एक सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को सस्पेंड करते हुए उनके खिलाफ कठोरतम दंडात्मक कार्रवाई की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.