नोएडा: दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदूषित शहरों में नंबर वन पर ग्रेटर नोएडा और दूसरे स्थान पर नोएडा का AQI दर्ज किया गया है. ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 454 दर्ज किया गया तो, वहीं नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 450 के करीब दर्ज किया गया है. वायु का स्तर बेहद खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है. प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो, वहीं दिन में कोहरे की सफेद चादर से शहर ढका मालूम पड़ता है.
ग्रेटर नोएडा में दर्ज AQI
सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज़्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी ( उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं, जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वालिटी इंडेक्स 464 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 445 दर्ज किया गया है.
नोएडा में दर्ज AQI
नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन ने इंस्टॉल किए हैं, जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन का AQI 439, सेक्टर 125 में 437 AQI, सेक्टर 1 में 466 AQI और सेक्टर 116 का स्टेशन काम नहीं कर रहा है.
सफेद चादर से ढका शहर
हवा की रफ्तार थमने से उद्योग और वाहनों से निकलने वाले धुएं का असर ढूंढ के रूप में देखने को मिलता है. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में कई जगह शाम होने से पहले ही स्मॉग के रूप में धुंध छा गई. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में UPPCB लगातार कार्रवाई कर रहा है. डॉक्टर की सलाह के मुताबिक बुजुर्ग, बच्चे, ह्रदय रोगी सहित अस्थमेटिक मरीज़ों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.