नोएडा: नोएडा प्राधिकरण और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को पीछे छोड़ते हुए यमुना प्राधिकरण ने फिल्म सिटी अपने खाते में कर ली है. यमुना प्राधिकरण के खाते में फिल्म सिटी आने की दो मुख्य वजह हैं. पहला जमीन नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तुलना में करीब आधी है और दूसरा जेवर इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट रोड कनेक्टिविटी काफी बेहतर है. वहीं जितनी जमीन यमुना प्राधिकरण के पास है उतनी जमीन न तो नोएडा के पास है और न ही ग्रेटर नोएडा के पास है.
यमुना में जमीन का रेट कम, मिला फायदा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फैसले के बाद यमुना प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेस-वे सेक्टर 21 में 1000 हेक्टेयर जमीन तत्काल चिन्हित कर सबसे पहले शासन को प्रस्ताव भेजा. प्राधिकरण ने बड़े प्लॉट की दर 4,050 रुपये प्रति वर्ग मीटर और छोटे प्लॉट की 6677 रुपये प्रति वर्ग मीटर रखी है. ग्रेटर नोएडा ने नाइट सफारी की जमीन फिल्म सिटी के लिए 550 एकड़ तय कर दी. इसकी दर तकरीबन 11,500 रुपये प्रति वर्ग मीटर रखी गई है. इसी तरह नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के किनारे बसे सेक्टरों की जमीन चिन्हित कर शासन को प्रस्ताव भेजा गया है. यहां भी कीमत करीब 11,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर रखी गई है. ऐसे में नोएडा और ग्रेटर नोएडा की जमीने काफी महंगे रेट पर थी. वहीं यमुना प्राधिकरण से आधे दर पर जमीन शासन को उपलब्ध कराया है.
बेहतर कनेक्टिविटी बड़ी वजह
यमुना प्राधिकरण के खाते में आई फिल्म सिटी की दूसरी बड़ी वजह जेवर इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट और रोड की बेहतर कनेक्टिविटी है. फिल्म सिटी जिस जगह प्रस्तावित की गई है वह जेवर इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर है. ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से इसकी दूरी 12 किलोमीटर है. फिल्म एक्टर्स यहां से शूटिंग के लिए मथुरा, आगरा, जयपुर जैसे शहरों में आसानी से ट्रैवल कर सकते हैं. यमुना एक्सप्रेस-वे के जीरो पॉइंट परी चौक के पास से यह सेक्टर, 21 किलोमीटर पर स्थित है. ऐसे में आसपास के जिलों और राज्यों से बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी.