नोएडा: गौतम बुध नगर जनपद राष्ट्रीय राजधानी से सटा हुआ है और नोएडा को एक हाइटेक सिटी भी कहा जाता है, पर इस हाईटेक सिटी में कुछ चीजें ऐसी भी हैं जो दुर्घटनाओं को दावत देने का काम कर रही हैं और संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी आँख खोले मूकदर्शक बने हुए हैं. इसका जीता जागता उदाहरण नोएडा में चलने वाले ई रिक्शा हैं. जो बिना मानक के धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ रहे हैं.
संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में होने के बावजूद भी इन पर कोई लगाम लगाने वाला नहीं है. ई रिक्शा चलाने वालों का जो मानक तय किया गया है, उसे कोई भी पूरा करता नहीं दिख रहा है. ज्यादातर ई रिक्शा बिना नंबर प्लेट के चल रहे हैं. वहीं उसे (E rickshaw driver arbitrary in Noida) चलाने वाले के पास कोई लाइसेंस नहीं है, जबकि दोनों होना अनिवार्य है, पर इस संबंध में ना ही ट्रैफिक विभाग ध्यान दे रहा है और ना ही आरटीओ विभाग. दोनों ही किसी बड़े हादसे का इंतजार करने में लगे हुए हैं.
गौतम बुध नगर जनपद में एआरटीओ विभाग से करीब साढ़े 8000 ई रिक्शा और रजिस्टर्ड हैं, जबकि पूरे जनपद में देखा जाए तो 15,000 से अधिक ई-रिक्शा चल रहे हैं. सड़कों पर चलने वाले ई रिक्शा और उसे चलाने वाले चालकों के निर्धारित मानक का ईटीवी भारत की टीम ने पड़ताल किया. इस पड़ताल में पाया गया कि बिना मानक और बिना रोक टोक के सड़कों पर ई-रिक्शा दौड़ रहे हैं. वहीं मानक और लाइसेंस के संबंध में जब ई रिक्शा चालकों से बात की गई तो उनका कहना है कि हमारे पास न ही डीएल (Driving License) है और ना ही गाड़ी के पेपर. साथ ही देखा गया कि गाड़ियों पर नंबर प्लेट और लाइट तक नहीं है. मानक को ताक पर रखकर चलने वाले ई रिक्शा नोएडा को गोल चक्कर सेक्टर 11, सेक्टर 37, सेक्टर 6 ,रजनीगंधा, सेक्टर 62 , एनआईबी , छिजारसी, अट्टा पीर, 12/22, 55/56 सहित पूरे महत्वपूर्ण स्थानों पर देखा जा सकता है.
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