ETV Bharat / state

नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर जारी है किसानों का प्रदर्शन, रोज 11 किसान करेंगे भूख हड़ताल

नोएडा में चिल्ला बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि 6 राउंड की वार्ता हो चुकी है, लेकिन कोई हल नहीं निकला है. संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आह्वान किया गया कि हर रोज 11 किसान भूख हड़ताल पर रहेंगे.

चिल्ला बॉर्डर पर 11 किसान रोज करेंगे भूख हड़ताल.
चिल्ला बॉर्डर पर 11 किसान रोज करेंगे भूख हड़ताल.
author img

By

Published : Dec 21, 2020, 1:27 PM IST

नोएडा: नोएडा सेक्टर-14 ए के चिल्ला बॉर्डर पर किसानों का 26वें दिन भी प्रदर्शन जारी है. हर रोज सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसान नए क्रिया-कलाप कर रहे हैं. इसी क्रम में सोमवार से रोजाना 11 किसान भूख हड़ताल करेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर प्रदर्शन कर रहे किसान, चिल्ला बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं.

चिल्ला बॉर्डर पर 11 किसान रोज करेंगे भूख हड़ताल.

किसानों ने कहा कि 6 राउंड की वार्ता हो चुकी है, लेकिन कोई हल नहीं निकला है. संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आह्वान किया गया. जिसके तहत 11 किसान हर रोज भूख हड़ताल पर बैठेंगे और नए कृषि कानून का विरोध करेंगे.

सरकार की तरफ से किसानों से वार्ता के लिए निमंत्रण आया है. वार्ता के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा कि आगे की क्या रणनीति रहेगी, लेकिन जब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य कानून में संशोधन नहीं किया जाता और कृषि कानून वापस नहीं होता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा.

'किसानों के मन की बात करे सरकार
किसानों का कहना है कि सरकार को हठधर्मिता छोड़ देनी चाहिए. किसानों के भले के बारे में सोचना चाहिए. कृषि कानून की जरूरत नहीं है, न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी सरकार दे. सरकार संयुक्त किसान कमेटी गठित करे और किसानों के खेतों का ध्यान रखते हुए कानून में संशोधन करे.

नोएडा: नोएडा सेक्टर-14 ए के चिल्ला बॉर्डर पर किसानों का 26वें दिन भी प्रदर्शन जारी है. हर रोज सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसान नए क्रिया-कलाप कर रहे हैं. इसी क्रम में सोमवार से रोजाना 11 किसान भूख हड़ताल करेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर प्रदर्शन कर रहे किसान, चिल्ला बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं.

चिल्ला बॉर्डर पर 11 किसान रोज करेंगे भूख हड़ताल.

किसानों ने कहा कि 6 राउंड की वार्ता हो चुकी है, लेकिन कोई हल नहीं निकला है. संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आह्वान किया गया. जिसके तहत 11 किसान हर रोज भूख हड़ताल पर बैठेंगे और नए कृषि कानून का विरोध करेंगे.

सरकार की तरफ से किसानों से वार्ता के लिए निमंत्रण आया है. वार्ता के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा कि आगे की क्या रणनीति रहेगी, लेकिन जब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य कानून में संशोधन नहीं किया जाता और कृषि कानून वापस नहीं होता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा.

'किसानों के मन की बात करे सरकार
किसानों का कहना है कि सरकार को हठधर्मिता छोड़ देनी चाहिए. किसानों के भले के बारे में सोचना चाहिए. कृषि कानून की जरूरत नहीं है, न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी सरकार दे. सरकार संयुक्त किसान कमेटी गठित करे और किसानों के खेतों का ध्यान रखते हुए कानून में संशोधन करे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.