नोएडाः कोरोना वायरस को देखते हुए 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा के बाद लोग लगातार पलायन कर रहे हैं. वहीं सभी राज्यों की सीमाएं सील करने का निर्देश दिया गया है. इस बीच केंद्र ने सभी राज्यों से यह भी कहा कि अगर कोई भी लॉकडाउन तोड़ता है तो, उसे 14 दिन के लिए क्वारंटाइन में रखा जाए.
सरकारी आदेश के बाद से गौतमबुद्ध नगर जिला पुलिस ने इसका कड़ाई से पालन करना शुरू कर दिया है. नोएडा में लॉकडाउन को सख्ती से पालन कराने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स ने सड़कों पर पैदल मार्च निकाला. इस दौरान आनाउंसमेंट भी किया गया. बताया गया कि लोगों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन में रखने के लिए जेपी स्पोर्ट्स सिटी परिसर को लिया गया है.
पैदल मार्च करते हुए पैरामिलिट्री फोर्स के जवान ने कहा कि कोई भी व्यक्ति रोड पर अनावश्यक रूप से टहलता नजर नहीं आयेगा और कोई ऐसा करता है तो, उसके खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी. कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए जिले की सीमाएं सील की जा रही हैं. गौतमबुद्ध नगर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है.
विशेषाधिकार का किया इस्तेमाल
जिला प्रशासन ने पीड़ितों के इलाज के साथ ही संदिग्ध मरीजों को क्वारंटाइन करने के सभी बंदोबस्त कर लिए हैं. लेकिन जिस तरह से बीमारी अपने पांव पसार रही है, उसके मद्देनजर प्रशासन तैयारियां करने में अभी जुटा हुआ है.
जिलाधिकारी ने बताया कि चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल करते हुए मरीजों के उपचार, भोजन और रहने के लिए यमुना एक्सप्रेस वे स्थित जेपीएसआई स्पोर्ट्स सिटी को उसके भवन और अन्य संसाधनों के साथ अग्रिम आदेश तक अधिग्रहित किया.
ओएसडी नवनीत गोयल को मिली जिम्मेदारी
जिलाधिकारी ने बताया कि इस परिसर में कोरोना के संदिग्ध मरीजों के रहने, भोजन और उपचार की सारी व्यवस्था करने की जिम्मेदारी यमुना प्राधिकरण के ओएसडी नवनीत गोयल और तहसीलदार हर्षवर्द्धन को दी गई है. उन्होंने बताया कि ये अधिकारी जेपीएसआई स्पोर्ट्स सिटी के बिग्रेडियर (रिटायर्ड) सुधीर लांबा और वाइस प्रेसिडेंट से समन्वय स्थापित कर तत्काल सभी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए.