नोएडा: ग्रेटर नोएडा और नोएडा के हवा में जहर दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है. तमाम इंतजामों के बाद भी प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. दिनभर छाई स्मॉग की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. यदि लगातार 48 घंटे तक इसी तरीके की स्थिति रही तो GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के अनुसार, कड़े कदम उठाने पड़ सकते हैं. एनसीआर में इस समय गौतम बुद्ध नगर सबसे प्रदूषित शहर है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार दर्ज किया गया है.
ग्रेटर नोएडा में दर्ज AQI
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक, दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा को माना गया है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं. जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 382 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 418 दर्ज किया गया है. ग्रेटर नोएडा में औद्योगिक इकाइयां और कंस्ट्रक्शन साइट ज्यादा संख्या में है. ऐसे में ग्रुप के नियमों का सख्ती से पालन करने में उसको अथॉरिटीज को सुनिश्चित करना होगा, ताकि लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण पर प्रभावी रूप से रोकथाम की जा सके.
नोएडा में दर्ज AQI
नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन ने इंस्टॉल किए हैं. जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन में 407 AQI, सेक्टर 125 का स्टेशन में 392 AQI, सेक्टर 1 में 394 AQI और सेक्टर 116 में 378 AQI दर्ज किया गया है. जिले की सेहत नाज़ुक होती जा रही है. अगर इस ओर जिला प्रशासन ध्यान नहीं देगा तो हवा पूरी तरह से प्रदूषित हो जाएगी और लोगों की समस्याएं बढ़ेंगी. लगातार बढ़ता AQI जिला प्रशासन के लिए रेड अलर्ट है.
खतरनाक धूंध का डेरा
गौतमबुद्ध नगर जिलाधिकारी सुहास एलवाई लगातार सख्त कार्रवाई और नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ FIR की कार्रवाई की बात कर रहे हैं. DM ने प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में सभी शहरवासियों का भी साथ मांगा और स्पष्ट किया कि जो लोग नियमों की अनदेखी करेंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. 15 अक्टूबर से जिले में GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) लागू है. हाउसिंग सोसायटी और हाई राइज सोसायटी में डीजल जनरेटर पूरी तरीके से प्रतिबंधित है ऐसे में उसकी अनदेखी पर कार्रवाई की जा रही है.