फिरोजाबाद: कहते है कि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता है, लेकिन जिले का एक शख्स अपने ही दम पर ग्राम सभा की जमीन को दबंगों के कब्जे से मुक्त कराने के लिए संघर्ष कर रहा है. यह पिछले चार दिनों से भूख हड़ताल पर बैठा है. बुधवार को पुलिस और डॉक्टरों की पहुंची और रनवीर सिंह चौहान का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. डॉक्टरों की मानें तो भूख हड़ताल पर बैठे रनवीर में कमजोरी महसूस हो रही है. वहीं शाम को नगर मजिस्ट्रेट ने ग्रामीण को कोर्ट जाने का हवाला देकर उठा दिया.
कई बार एसडीएम और तहसीलदार से की शिकायत
शहर के गांधी पार्क में भूख हड़ताल पर बैठे रनवीर सिंह चौहान खैरगढ़ इलाके के नगला हिम्मत के निवासी हैं. रनवीर का आरोप है कि खैरगढ़ के कुछ दबंग ग्राम सभा की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं. इसकी शिकायत भी वह कई बार एसडीएम और शिकोहाबाद के तहसीलदार से कर चुके हैं. बावजूद इसके कोई सुनने वाला नहीं है. रनवीर ने एलान भी कर दिया है कि जब तक उनकी बात नहीं सुनी जाएगी, तब तक वह भूख हड़ताल से नहीं हटेंगे.
डॉक्टर ने की ब्लड प्रेशर और पल्स की जांच
रनवीर की भूख हड़ताल का बुधबार को चौथा दिन था. स्वास्थ्य विभाग को जब रनवीर के भूख हड़ताल की जानकारी हुई तो स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके स्वास्थ्य की जानकारी के लिए गांधी पार्क पहुंची. टीम ने इनका ब्लड प्रेशर और पल्स की भी जांच की. डॉक्टरों ने पाया कि रनवीर के शरीर मे कमजोरी तेजी से बढ़ रही है. चिकित्सकों ने भी उन्हें भूख हड़ताल खत्म करने की सलाह दी, लेकिन रनवीर का कहना है कि जब तक उसकी मांग नहीं मानी जाती वह भूख हड़ताल से नहीं हटेंगे. वहीं भूख हड़ताल की जानकारी मिलते ही शाम को नगर मजिस्ट्रेट एसडीएम के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीण की भूख हड़ताल समाप्त कराई.
जिस जमीन पर कब्जे की बात यह कह रहा है, उसमें राजस्व परिषद के आदेश पर कार्यवाही हो रही है. अगर किसी को शिकायत है तो वह सक्षम न्यायालय जा सकता है.
-कुंवर पंकज, सिटी मजिस्ट्रेट