फिरोजाबाद: जनपद के एक गांव में रविवार को सपा संरक्षक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं का आयोजन किया गया. इस गांव के लोग नेताजी को अपने घर के बुजुर्ग जैसा ही मानते थे इसलिए उनके निधन के 13 दिन बाद यहां के लोगों ने गांव में एक शान्तिपाठ का आयोजन किया और ब्राह्मणों को भोज भी कराया.
सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की पहचान वैसे तो राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के रूप में होती थी क्योंकि वह तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे और एक बार रक्षा मंत्री भी रहे थे. फिरोजाबाद से मुलायम सिंह का खास जुड़ाव था. इसकी वजह थी साल 1993 में मुलायम सिंह शिकोहाबाद विधानसभा इलाके से चुनाव से जीते और मुख्यमंत्री भी बने थे. फिरोजाबाद के इटौली गांव के मुलायम सिंह यादव के दादा मेवाराम रहने वाले थे.
फिरोजाबाद में नेताजी की तमाम रिश्तेदारियां थी. इसीलिए वह अक्सर यहां आया जाया करते और लोगों के दुख दर्द में शरीक भी होते थे. यही कारण है कि शिकोहाबाद विधानसभा इलाके के गांव नगला सदासुख के लोग उन्हें अपने बुजुर्ग की तरह ही मानते थे. 10 अक्टूबर को नेताजी के निधन के बाद रविवार को यहां के लोगों ने नेताजी का तेरहवीं संस्कार आयोजित किया. इस दौरान न केवल शांति पाठ आयोजित किया गया, बल्कि ब्राह्नणों को भोज भी कराया गया. इसके साथ ही प्रसाद वितरण भी कराया गया.
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