ETV Bharat / state

फिरोजाबाद : रुपयों के लालच में आशा कार्यकर्ता ने युवक को बिना बताए करवा दी नसबंदी - firozabad news

फिरोजाबाद जिले में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते युवक को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा है. यहां युवक की एका स्वास्थ्य केंद्र पर धोखे से नसबंदी कर दी गई. युवक ने इसका आरोप गांव की रहने वाली आशा कार्यकर्ता पर लगाया है.

स्वास्थ्य विभाग का कारनामा , युवक को बिना बताए कि नसबंदी
author img

By

Published : Mar 13, 2019, 1:37 PM IST

फिरोजाबाद :जिले में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते युवक को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा है. युवक ने गांव की ही रहने वाली एक आशा कार्यकर्ता पर आरोप लगाया है कि अस्पताल से मिलने वाले रुपये के लालच में उसने धोखे से उसकी नसबंदी करा दी. युवक ने जब आशा कार्यकर्ता से दूसरे दिन पूछा कि उसके साथ क्या हुआ है तब उसने बताया कि आप की नसबंदी करा दी गई है.

पीड़ित युवक ने मीडिया से की बातचीत.

मामलाथाना जसराना क्षेत्र का है, जहां एक अनपढ़ युवक के गांव की रहने वाली आशा कार्यकर्ता नेस्वास्थ्य विभाग से मिलने वाले कुछ रुपयों के लालच में युवक की धोखे से नसबंदी करा दी. आशा कार्यकर्ता युवक को सिलेंडर पहुंचाने के बहाने एका स्वास्थ्य केंद्र ले गईऔर फिर उसको बेहोश कर के उसकी नसबंदी करा दी.

युवक की शादी को महज तीन साल हुए हैं. साथ ही युवकने बताया कि जब इसकी शिकायत थाना जसराना में करने गए, तो वहां किसी भी तरीके से उसे सहायता नहीं मिली. अब पीड़ित अपने परिवार के साथ न्याय की गुहार लगाते हुए सीएमओ कार्यालय के चक्कर लगा रहा है.

इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिव कुमार दीक्षित से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है. इसके लिए दो डॉक्टरों की टीम बनाई है, जो इस मामले की जांच कर रही है. जांच के बाद जो भी मामला निकल कर सामने आएगा, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

फिरोजाबाद :जिले में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते युवक को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा है. युवक ने गांव की ही रहने वाली एक आशा कार्यकर्ता पर आरोप लगाया है कि अस्पताल से मिलने वाले रुपये के लालच में उसने धोखे से उसकी नसबंदी करा दी. युवक ने जब आशा कार्यकर्ता से दूसरे दिन पूछा कि उसके साथ क्या हुआ है तब उसने बताया कि आप की नसबंदी करा दी गई है.

पीड़ित युवक ने मीडिया से की बातचीत.

मामलाथाना जसराना क्षेत्र का है, जहां एक अनपढ़ युवक के गांव की रहने वाली आशा कार्यकर्ता नेस्वास्थ्य विभाग से मिलने वाले कुछ रुपयों के लालच में युवक की धोखे से नसबंदी करा दी. आशा कार्यकर्ता युवक को सिलेंडर पहुंचाने के बहाने एका स्वास्थ्य केंद्र ले गईऔर फिर उसको बेहोश कर के उसकी नसबंदी करा दी.

युवक की शादी को महज तीन साल हुए हैं. साथ ही युवकने बताया कि जब इसकी शिकायत थाना जसराना में करने गए, तो वहां किसी भी तरीके से उसे सहायता नहीं मिली. अब पीड़ित अपने परिवार के साथ न्याय की गुहार लगाते हुए सीएमओ कार्यालय के चक्कर लगा रहा है.

इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिव कुमार दीक्षित से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है. इसके लिए दो डॉक्टरों की टीम बनाई है, जो इस मामले की जांच कर रही है. जांच के बाद जो भी मामला निकल कर सामने आएगा, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:एंकर- वैसे तो उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग का कारनामा समय-समय पर देखने को मिल ही जाता है इसमें उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग कई बार कटघरे में खड़ा होता दिखाई देता है यदि कोई कारनामा नया हो जाए तो स्वास्थ्य के लिए कोई बड़ी बात नहीं है इसी कड़ी में फिरोजाबाद में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते युवक को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा है युवक ने थाना जसराना के गांव की ही रहने वाली स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत पर आरोप लगाया है कि नसबंदी कराने के एवज में मिलने वाले कुछ रुपयों के लालच में उसने सिलेंडर पहुंचाने के बहाने ले जाकर धोके से उसकी नसबंदी करा दी । दूसरे दिन जब पीड़ित ने संगिनी से पूछा कि मेरे साथ क्या हुआ है तो उसने बताया कि आप की नसबंदी कर दी गई है इतनी बात सुनकर पीड़ित के पैरो से जमीन खिसक गई और अब पीड़ित परिवार न्याय के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय के चक्कर लगा रहा है।


Body:वीओ- यह पूरा मामला जनपद फिरोजाबाद के थाना जसराना क्षेत्र के गांव पाढ़म का है जहां एक अनपढ़ व्यक्ति दीपू उर्फ तपन की गांव की रहने वाली स्वास्थ्य विभाग में संगिनी के पद पर कार्यरत लक्ष्मी ने स्वास्थ्य विभाग से मिलने वाले कुछ रुपयों के लालच में युवक को धोखे से सिलेंडर पहुंचाने के बहाने एका स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाकर बिना बताए उसकी नसबंदी करा दी ।जब कि जिसकी शादी को अभी महज तीन साल हुए हैं यह हम नहीं कह रहे हैं। ये तो पीड़ित दीपू उर्फ तपन द्वारा बताया गया है साथ ही दीपू ने बताया कि जब इसकी शिकायत थाना जसराना में करने गए तो वहां किसी भी तरीके से उसे सहायता नहीं मिली । अब पीड़ित अपने परिवार के साथ न्याय की गुहार लगाए सीएमओ कार्यालय के चक्कर लगा रहा है। अब देखना होगा कि पीर दीपू को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के यहां से न्याय मिल पाता है या नहीं या इसी तरह से पीड़ित और उसका परिवार अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर लगाता रहेगा।


Conclusion:वीओ- वहीं जब इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिव कुमार दीक्षित से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है इसके लिए मैंने दो डाक्टरों की टीम बनाई है और इस मामले की जांच कर रही है जांच के बाद जो भी मामला निकल कर सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी लेकिन सवाल सबसे बड़ा सवाल स्वास्थ्य विभाग पर खड़ा होता है कि पीड़ित द्वारा बताया गया वह बिल्कुल भी पढ़ा लिखा नहीं है जहां तक वह अपने हस्ताक्षर भी नहीं कर पाता है तो फिर ऐसे व्यक्ति के साथ किसी को क्यों नहीं रखा गया या उसकी पत्नी को क्यों नहीं पूछा गया इससे के डॉक्टरों की बात को अच्छे से समझ पाता।

बाइट-शिव कुमार दीक्षित , मुख्य चिकित्सा अधिकारी , फिरोजाबाद।
बाइट-दीपू उर्फ तपन , पीड़ित।
बाइट-पीड़ित की पत्नी।

रिपोर्ट-अजेन्द्र शर्मा
मो0-9027525850-9412500288
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.