फिरोजाबाद : जिले में 12 प्राइवेट अस्पताल ऐसे हैं, जो गैर-कानूनी तरीके से संचालित हो रहे हैं. इनके पास न तो कोई डिग्री धारक डॉक्टर है और न ही ट्रेंड पैरामेडिकल स्टाफ है. आए दिन इन अस्पतालों से मरीजों के मरने की भी शिकायतें आती रहतीं है. ऐसी ही एक शिकायत के बाद स्वास्थ्य महकमे ने सोमवार को एक प्राइवेट अस्पताल को सील कर दिया. इस अस्पताल में पांच मरीज भर्ती भी थे, जिन्हें सरकारी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है.
बीते एक माह के अंदर फिरोजाबाद शहर के कुछ अस्पतालों की शिकायत स्वास्थ्य विभाग को मिल रही थी कि इन अस्पतालों में प्रशिक्षित डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ न होने के बावजूद मरीजों को भर्ती किया जाता है और हालत बिगड़ने पर उन्हें रेफर कर दिया जाता है, जिससे मरीज की मौत तक हो जाती है. इस शिकायत के आधार पर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने जब जांच की तो 12 अस्पताल ऐसे चिन्हित हुए, जिनके पास डॉक्टर नहीं मिले.
रसूलपुर के आसफाबाद स्थित मां कैला देवी नामक एक प्राइवेट अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग ने सील कर दिया है. अस्पताल में पांच मरीज भर्ती थे. उन्हें सरकारी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है.
12 अस्पताल ऐसे हैं, जिन्होंने विभाग से लाइसेंस तो लिया था, लेकिन रिन्युअल के लिए आवेदन नहीं किया है. इन अस्पतालों को सील करने की कार्रवाई की जा रही है.
-डॉक्टर विनोद कुमार, डिप्टी सीएमओ