फिरोजाबाद: बीएड प्रवेश परीक्षा में नेहा अग्रवाल ने इतिहास रचते हुए नौंवा स्थान हासिल किया है. बगैर कोचिंग के लॉकडाउन में नेहा ने पूरी मेहनत के साथ तैयारी की और पूरे प्रदेश में सुहाग नगरी का नाम रोशन किया. नेहा का कहना है कि अगर लक्ष्य निर्धारित हो तो कोई काम मुश्किल नहीं है. इसलिए जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उनका लक्ष्य स्पष्ट हो और उस पर पूरा फोकस हो.
महत्वपूर्ण बिंदु
- नेहा ने बिना कोचिंग के बीएड प्रवेश परीक्षा में हासिल किया नौवां स्थान.
- नेहा ने लॉकडाउन के दौरान की सेल्फ स्टडी.
- गांधी नगर की रहने वाली हैं नेहा.
- नेहा को 288 नंबर मिले.
नेहा अग्रवाल फिरोजाबाद शहर के गांधी नगर की रहने वाली हैं. उनके पिता प्रदीप अग्रवाल पैकिंग मैटेरियल के व्यापारी हैं जबकि मां गृहिणी हैं. नेहा तीन बहन हैं. बड़ी बहन काजल एमबीए कर रही है जबकि आशी अग्रवाल बीकॉम की पढ़ाई कर रही हैं.
नेहा बीकॉम की पढ़ाई कर चुकी हैं. नेहा को जैसे पता चला कि बीएड प्रवेश परीक्षा में उनका नौंवा नंबर है तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा. नेहा को बधाइयां देने वालों का तांता लगा हुआ है.
नेहा शुरू से ही मेघावी छात्रा रही हैं. उन्होंने जहां हाईस्कूल की परीक्षा में 80 फीसदी अंक हासिल किए तो वहीं इंटर की परीक्षा में 81 फीसदी अंक हासिल किए. नेहा की मां का कहना है कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं है.
मेरा नाम टॉप-10 सूची में शामिल हो जाएगा, इसकी उम्मीद मुझे भी नहीं थी. अगर लक्ष्य बनाकर कोई काम किया जाए तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता. इस सफलता का श्रेय मैं अपनी मां को देना चाहती हूं क्योकि मां ने ही मुझे प्रेरित किया.
-नेहा अग्रवाल, छात्रा