फिरोजाबाद: सुहाग नगरी के नाम से मशहूर फिरोजाबाद जनपद के हस्तशिल्पियों को सरकार ने 'दिल्ली हाट' में अपना हुनर चमकाने के मौका दिया है. दिल्ली हाट में दो चरणों में हस्तशिल्पियों को स्टॉल लगाने का मौका मिलेगा. एक चरण 16 अगस्त से शुरू हो चुका है, जो 31 अगस्त तक चलेगा, जबकि दूसरा चरण एक सितंबर से शुरू होकर 15 सितंबर तक चलेगा. इस हाट में वही हस्तशिल्पी स्टाल लगा सकेंगे, जिनके प्रोडक्ट ओडीओपी (One District One Product) स्कीम के दायरे में आते हैं.
बताते चलें कि फिरोजाबाद जनपद चूड़ियों और कांच के शहर के नाम से देश भर ही नहीं बल्कि दुनियां भर में जाना जाता है. यहां की रंग-बिरंगी चूड़ियां महिलाओं के अटल सुहाग की प्रतीक मानी जाती हैं. साथ ही यह महिलाओं के सौंदर्य में भी चार चांद लगाती हैं. इसके अलावा यहां जो कांच के अन्य उत्पाद तैयार होते हैं, उन्हें तो विदेशों में भी एक्सपोर्ट किया जाता है. एक अनुमान के मुताबिक यहां से 500 करोड़ रुपये का विदेशी एक्सपोर्ट हर साल होता है. सरकार ने भी इस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए इसे 'ओडीओपी' (One District One Product) स्कीम में रखा है.
इस कारोबार में यहां के हस्तशिल्पियों की बड़ी भूमिका है, लेकिन इन हस्तशिल्पियों को कोई बड़ा मंच नहीं मिलता है, जिससे यह लोग सभी के सामने अपने हुनर का प्रदर्शन कर सकें. राहत की बात यह है कि इस समय जो दिल्ली में हाट लगी है, उसमें इन शिल्पकारों को अपना हुनर चमकाने का मौका मिला है. 'दिल्ली हाट' में देश-विदेश के बड़े कारोबारियों के आने की उम्मीद है. इसलिए उद्योग विभाग की कोशिश है कि जिले के हुनरमंद हस्तशिल्पियों को हाट में अपना हुनर दिखाने का मौका मिल सके.
अंतरराष्ट्रीय एक्सपो समिट में दिखी कांच की चमक
इधर दिल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एक्सपो समिट-2021 में फिरोजाबाद के कांच कारोबार की चमक दिखाई पड़ी. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय द्वारा दिल्ली के होटल ली मेरेडियन में इस समिट का आयोजन किया गया है. आयोजन 17 अगस्त से शुरू हुआ था, जो 19 अगस्त तक चला. इस एक्सपो समिट में फिरोजाबाद की दो इकाइयों को प्रतिभाग करने का मौका मिला. माना जा रहा है कि ऐसे आयोजन कोविड के बाद कांच कारोबार पर आई मंदी को दूर करेंगे.