फिरोजाबाद: बुजुर्गों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही वृद्धा पेंशन योजना में जनपद में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. विभागीय जांच में ऐसे कई बुजुर्गों के नाम सामने आए हैं जो अपात्रता की श्रेणी के बावजूद पेंशन का लाभ ले रहे थे. ऐसे बुजुर्गों को विभाग की ओर से नोटिस जारी कर अब वसूली की कार्रवाई की जा रही है. ऐसे कई बुजुर्ग हैं जो साधन संपन्न होने के बावजूद उन्होंने इस योजना से अपना मोह नहीं छोड़ा.
बुजुर्गों को अपने खर्चे के लिए किसी का मुंह न ताकना पड़े इसके लिए सरकार 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को 500 रुपये प्रतिमाह पेंशन देती है. खासकर उन बुजुर्गों को जिनके परिवार के पास किसी प्रकार से आय का कोई जरिया नहीं है और परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है और फिर उसकी जांच कराई जाती है. जो आवेदक पात्र मिलते हैं उनके खाते में बुजुर्ग पेंशन सरकार भेजती है.
हाथवंत ब्लॉक के सांखिनी गांव के सरनाम सिंह के बेटे की पुलिस में नौकरी लग चुकी है, लेकिन इसके बावजूद वह पेंशन का मोह नहीं छोड़ पाए हैं. ऐसा ही एक और मामला हाल गांव जेबड़ा निवासी अजय पाल का है. अजय पाल के पास खुद का ट्रैक्टर है, लेकिन यह भी पेंशन ले रहे हैं. एका निवासी श्रीमती लोंग श्री दिल्ली शिफ्ट हो चुकी हैं, लेकिन पेंशन यहां से ले रही हैं. ऐसे अपात्रों की संख्या 81 है.
इस संबंध में समाज कल्याण विभाग के प्रधान सहायक प्रदीप पांडेय का कहना है कि इन सभी से रिकवरी की कार्रवाई की जा रही है. इन्हें नोटिस जारी किए गए है. बैंकों को भी पत्र लिखा गया है. कुछ से बसूली हो भी चुकी है.
बता दें, फिरोजाबाद जिले में यह कोई पहला वाकया नहीं है. इसके पहले भी कई मामले सामने आए हैं जिसके बाद विभाग की ओर से कार्रवाई की गई है.
इसे भी पढ़ें-गिरफ्तारी के बाद आरोपित ने बताई फर्जी आईपीएस बनने की असल वजह...