फिरोजाबाद: मेडिकल कॉलेज में शनिवार को एमबीबीएस के स्टूडेंट द्वारा की गई आत्महत्या के मामले में परिजनों की तहरीर पर मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल सहित पांच जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि साक्ष्य संकलन के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. आरोपियों के खिलाफ छात्र को खुदकुशी के लिए उकसाने की धारा 306 लगाई गई है.
बता दें कि शनिवार को फिरोजाबाद के स्वशासी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्र शीलेन्द्र निवासी कौशल्या नगर थाना उत्तर का शव मेडिकल कॉलेज के ही कैम्पस के हॉस्टल में फांसी के फंदे पर लटका मिला था. दरबाजा अंदर से बंद होने की वजह से इसे खुदकुशी माना जा रहा है. इस घटना से उत्तेजित अन्य स्टूडेंट्स ने जमकर हंगामा किया और हाईवे पर जाम भी लगाया था. परिजनों और अन्य साथियों का आरोप था कि मेडिकल कॉलेज में छात्रों का उत्पीड़न होता है. ऐसा ही कुछ शीलेन्द्र के साथ हुआ, जिससे परेशान होकर छात्र ने खुदकुशी की है.
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शीलेन्द्र का शनिवार को पेपर भी था. लेकिन, परीक्षा देने की बजाय उसने खुदकुशी कर ली. इस मामले की गूंज शासन तक भी पहुंच गई है. छात्रों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए इस मामले में शनिवार देर रात परिजनों की तहरीर पर मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ संगीता अनेजा, परीक्षा नियंत्रक गौरव सिंह, वार्डन मुनीष खन्ना, डॉक्टर नौशार हुसैन, आयुष जैन के खिलाफ धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज हुआ है. एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा का कहना है कि साक्ष्य संकलन के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.