फिरोजाबाद : आर्थिक मंदी से जूझ रहे फिरोजाबाद के कांच कारोबार को एक बार फिर सरकार के आम बजट से निराशा हाथ लगी है. दरअसल, इस आम बजट में यहां के कारोबार के लिए कुछ भी अलग से नहीं है, जबकि कारोबारी काफी समय से मांग कर रहे थे कि लॉकडाउन के दौरान जिस तरह से इस उद्योग के सितारे गर्दिश में थे, उससे उबरने के लिए सरकार कुछ अलग से राहत पैकेज दे, लेकिन ऐसा ना होने की वजह से कारोबारी निराश है. हालांकि कुछ कारोबारी ऐसा भी मानते हैं कि सरकार ने बजट में इकोनामिक कॉरिडोर और एयरपोर्ट के निर्माण की जो बात कही है, उससे कारोबार की तरक्की जरूर होगी.
'उद्योग को नहीं मिलने वाला है कोई लाभ'
ईटीवी भारत की टीम ने केंद्र सरकार के आम बजट के बारे में फिरोजाबाद के कारोबारियों की राय ली तो कारोबारी अतुल चतुर्वेदी का कहना था कि यह सरकार की आंकड़ों की बाजीगरी है. इससे यहां के उद्योग को कोई फायदा नहीं मिलेगा. लघु उद्योग के लिए इस बजट में कुछ भी नहीं है. हालांकि इस बजट में जो काम कराने का जिक्र किया गया है, उससे हो सकता है कि कुछ बड़े कारोबार को फायदा मिले, लेकिन फिरोजाबाद के उद्योग को कोई लाभ मिलने वाला नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार तमाम दावे तो करती है, लेकिन वह धरातल पर नहीं उतर पा रहे हैं.
'अप्रत्यक्ष रूप से कारोबार को मिलेगा लाभ'
कांच के एक और बड़े कारोबारी हेमंत अग्रवाल बल्लू ने कहा कि यह बात सही है कि बजट में फिरोजाबाद के कांच उद्योग के लिए कुछ भी नहीं है, लेकिन सरकार ने आम बजट में जो काम कराने का ऐलान किया है, उससे यहां के उद्योगों को लाभ जरूर मिलेगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह से एयरपोर्ट और इकोनामिक कॉरिडोर बनेंगे, उससे यहां के कारोबार को अप्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलेगा. इसके लिए प्रधानमंत्री बधाई के पात्र हैं.
'निराशाजनक नहीं है बजट'
हेमंत अग्रवाल ने कहा कि कोरोना काल में उद्योग इसीलिए बंद रहा, क्योकि लोगों के सामने यह समस्या थी कि वह कहीं बीमार न हो जाएं. लेकिन इस बजट में स्वास्थ्य के लिए इंतजाम किया गया है. जब लोग स्वस्थ रहेंगे तो कारोबार चलता रहेगा. इसलिए इस बजट को निराशाजनक नहीं कहा जा सकता.