फिरोजाबादः जिले के शिकोहाबाद इलाके में एक झोलाछाप डॉक्टर को बिना किसी जांच के एक बीमार ग्रामीण को कोरोना बीमारी से पीड़ित बताना भारी पड़ गया. ग्रामीण और उसके परिजनों ने डॉक्टर की पिटाई कर डाली. हथौड़े के प्रहार से डॉक्टर के सिर पर गंभीर चोट लगी है. पुलिस ने पीड़ित झोलाछाप डॉक्टर का अस्पताल में डॉक्टरी परीक्षण कराया है. झोलाछाप डॉक्टर ने लूट की तहरीर दी है.
ये है पूरा मामला
शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के नगला बाग निवासी राकेश कुमार झोलाछाप डॉक्टर है. मंगलवार को दोपहर राकेश के लिए नगला जवाहर से किसी ग्रामीण ने फोन कर अपने बीमार पिता को देखने के लिए कहा. जिस व्यक्ति को देखने के लिए उस झोलाछाप डॉक्टर को बुलाया गया था, उसे खांसी जुकाम और बुखार था. राकेश ने बगैर किसी जांच के बीमार व्यकि को कोरोना बता दिया. इससे बीमार ग्रामीण के परिजन उत्तेजित हो गए और उन्होंने झोलाछाप डॉक्टर के सिर पर हथौड़े से वार किया. इससे उसके सिर पर गंभीर चोट आई हैं. ग्रामीणों के चंगुल से किसी तरह छूटकर डॉक्टर ने शिकोहाबाद कोतवाली पहुंचकर थाने में तहरीर दी. राकेश कुमार का आरोप है कि ग्रामीणों ने उसे न केवल मारापीटा बल्कि उसके उपकरण भी छीन लिए. पुलिस ने डॉक्टर का अस्पताल में डॉक्टरी परीक्षण कराया है.
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ये बोले ग्रामीण
इधर ग्रामीणों का कहना है डॉक्टर राजेश हर बीमार को कोरोना संक्रमित बताकर इलाज के नाम पर ज्यादा पैसों की मांग करता है. पैसे न देने पर मरीज के परिजनों को धमकाता है कि वह स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दे देगा, जिससे उसका मरीज 14 दिन के लिए आइसोलेट हो जाएगा.