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बेकाबू हुआ डेंगू: फिरोजाबाद के कनवारा गांव में घर-घर बिछीं चारपाइयां - kanvara village firozabad

यूपी के फिरोजाबाद जिले में फैली डेंगू महामारी के को काबू में करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए गए सारे इंतजाम फेल नजर आ रहे हैं. हालत यह हैं कि जिले में अभी भी कई गांव हैं जहां घर घर चारपाइयां बिछीं हैं.

बेकाबू हुआ डेंगू
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Published : Sep 19, 2021, 12:39 PM IST

फिरोजाबाद: जिले में फैली डेंगू महामारी के चलते बीमार लोगों की तादाद बढ़ती जा रही है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग लगातार यह दावा कर रहा है कि जहां-जहां लोग बीमार हैं, वहां कैंप लगाकर उनका इलाज किया जा रहा है. साथ ही गांव में एंटी लारवा का भी छिड़काव किया जा रहा है. बावजूद इसके बीमारी काबू में आने का नाम नहीं ले रही है. हाथवंत ब्लॉक के कनवारा गांव में भी इस बीमारी से घर-घर चारपाई में बिछी हैं. ढाई सौ से 300 लोग गांव में बीमारी से जंग लड़ रहे हैं.

बताते चलें उत्तर प्रदेश का फिरोजाबाद जिला इन दिनों महामारी की चपेट में है. इस महामारी का नाम डेंगू है. इस बीमारी से इस जिले में अभी तक 80 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं. जबकि स्वास्थ्य विभाग 65 मौतों की पुष्टि भी कर चुका है. लखनऊ और दिल्ली से कई टीमें आकर भी इस बीमारी पर शोध कर रही हैं कि आखिर यह बीमारी क्यों फैल रही है और इस पर काबू क्यों नहीं हो पा रहा है. लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या और उनकी मौतों से सरकार भी चिंतित है.

बेकाबू हुआ डेंगू

30 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद फिरोजाबाद आए थे जहां उन्होंने मेडिकल कॉलेज में भर्ती डेंगू से पीड़ित मरीजों से मुलाकात की थी, साथ ही डेंगू प्रभावित इलाकों में जाकर यह भी देखा था कि आखिर डेंगू फैलने की वजह क्या है. उन्होंने इस तरह के निर्देश दिए थे कि बीमारी की रोकथाम के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं. मेडिकल कॉलेज में दवा और डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई जाए. इसके बाद मेडीकल कालेज को 25 नए डॉक्टर भी मिले हैं. यही नहीं बीमारी केवल शहरी इलाके तक सीमित नहीं हैं. ज्यादातर गांव भी इस बीमारी की जद में हैं. शायद ही कोई ऐसा गांव हो जहां 50-60 लोग बीमार न हो.

मरीजों को राहत देने के लिए उच्चाधिकारियों के निर्देश पर फिरोजाबाद का स्वास्थ्य महकमा गांव-गांव में शिविर लगा रहा है और वहां पर जो बुखार से पीड़ित मरीज हैं उन्हें दवा का भी वितरण किया जा रहा है. जो मरीज बुखार से तड़पते हैं और उनकी हालत गंभीर होती है ऐसे मरीजों को फिरोजाबाद जिले के मेडिकल कॉलेज में भर्ती करने के लिए मरीज के तीमारदार लाते हैं, लेकिन अस्पताल में भी मरीजों को भर्ती के लिए जगह नहीं बची है. 100 शैय्या के अस्पताल में 500 के आसपास मरीज भर्ती हैं. बुखार का आलम यह है कि इसका कहर कम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है. हाथवंत ब्लाक के गांव कनवारा के ग्रामीणों की मानें तो गांव में ढाई सौ से लेकर 300 मरीज बीमार हैं लेकिन इस गांव में किसी ने भी सुध नहीं ली है, न तो बीमार रोगियों के लिए कोई शिविर ही लगाया गया है और गांव में न ही कोई एंटीलारवा या किसी तरह की दवा का छिड़काव कराया गया है. इधर सीएमओ डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी ने कहा है कि हर गांव में घर घर टीमें जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. एंटीलारवा का भी छिड़काव किया जा रहा है. अगर किसी गांव मे ऐसा नहीं हो रहा है तो वह शिकायत दर्ज करा सकता है.

फिरोजाबाद: जिले में फैली डेंगू महामारी के चलते बीमार लोगों की तादाद बढ़ती जा रही है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग लगातार यह दावा कर रहा है कि जहां-जहां लोग बीमार हैं, वहां कैंप लगाकर उनका इलाज किया जा रहा है. साथ ही गांव में एंटी लारवा का भी छिड़काव किया जा रहा है. बावजूद इसके बीमारी काबू में आने का नाम नहीं ले रही है. हाथवंत ब्लॉक के कनवारा गांव में भी इस बीमारी से घर-घर चारपाई में बिछी हैं. ढाई सौ से 300 लोग गांव में बीमारी से जंग लड़ रहे हैं.

बताते चलें उत्तर प्रदेश का फिरोजाबाद जिला इन दिनों महामारी की चपेट में है. इस महामारी का नाम डेंगू है. इस बीमारी से इस जिले में अभी तक 80 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं. जबकि स्वास्थ्य विभाग 65 मौतों की पुष्टि भी कर चुका है. लखनऊ और दिल्ली से कई टीमें आकर भी इस बीमारी पर शोध कर रही हैं कि आखिर यह बीमारी क्यों फैल रही है और इस पर काबू क्यों नहीं हो पा रहा है. लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या और उनकी मौतों से सरकार भी चिंतित है.

बेकाबू हुआ डेंगू

30 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद फिरोजाबाद आए थे जहां उन्होंने मेडिकल कॉलेज में भर्ती डेंगू से पीड़ित मरीजों से मुलाकात की थी, साथ ही डेंगू प्रभावित इलाकों में जाकर यह भी देखा था कि आखिर डेंगू फैलने की वजह क्या है. उन्होंने इस तरह के निर्देश दिए थे कि बीमारी की रोकथाम के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं. मेडिकल कॉलेज में दवा और डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई जाए. इसके बाद मेडीकल कालेज को 25 नए डॉक्टर भी मिले हैं. यही नहीं बीमारी केवल शहरी इलाके तक सीमित नहीं हैं. ज्यादातर गांव भी इस बीमारी की जद में हैं. शायद ही कोई ऐसा गांव हो जहां 50-60 लोग बीमार न हो.

मरीजों को राहत देने के लिए उच्चाधिकारियों के निर्देश पर फिरोजाबाद का स्वास्थ्य महकमा गांव-गांव में शिविर लगा रहा है और वहां पर जो बुखार से पीड़ित मरीज हैं उन्हें दवा का भी वितरण किया जा रहा है. जो मरीज बुखार से तड़पते हैं और उनकी हालत गंभीर होती है ऐसे मरीजों को फिरोजाबाद जिले के मेडिकल कॉलेज में भर्ती करने के लिए मरीज के तीमारदार लाते हैं, लेकिन अस्पताल में भी मरीजों को भर्ती के लिए जगह नहीं बची है. 100 शैय्या के अस्पताल में 500 के आसपास मरीज भर्ती हैं. बुखार का आलम यह है कि इसका कहर कम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है. हाथवंत ब्लाक के गांव कनवारा के ग्रामीणों की मानें तो गांव में ढाई सौ से लेकर 300 मरीज बीमार हैं लेकिन इस गांव में किसी ने भी सुध नहीं ली है, न तो बीमार रोगियों के लिए कोई शिविर ही लगाया गया है और गांव में न ही कोई एंटीलारवा या किसी तरह की दवा का छिड़काव कराया गया है. इधर सीएमओ डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी ने कहा है कि हर गांव में घर घर टीमें जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. एंटीलारवा का भी छिड़काव किया जा रहा है. अगर किसी गांव मे ऐसा नहीं हो रहा है तो वह शिकायत दर्ज करा सकता है.

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