फिरोजाबदः जिले के एक निजी स्कूल में 11वीं की छात्रा की मौत के मामले को लेकर शिक्षक सड़कों पर उतर आए हैं. मामले में परिजनों की शिकायत के बाद 4 अगस्त को स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, जिसका विरोध मंगलवार को फिरोजाबाद में भी देखने को मिला. फिरोजाबाद के स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों में इस मामले को लेकर खासा आक्रोश है. शिक्षकों का कहना है कि किसी छात्रा की खुदकुशी के लिए शिक्षक प्रेरित नहीं कर सकता, ऐसे में जिन शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हुई है, उसे वापस लिया जाए. शिक्षकों ने इस कार्रवाई के खिलाफ काली पट्टी बांधकर जुलूस निकाला और फिरोजाबाद की सिटी मजिस्ट्रेट को एक मांग पत्र भी सौंपा.
क्या है मामला? दरअसल, आजमगढ़ में 31 जुलाई को एक छात्रा की संदिग्ध परिस्थियों में तीसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई. रानी की सराय थाना क्षेत्र के रूदरी मोड़ की रहने वाली छात्रा श्रेया तिवारी कक्षा की 11वीं की छात्रा थी. वह नगर के हरबंशपुर मोहल्ले में चिल्ड्रेन सिनियर सेकेंडरी गर्ल्स स्कूल में पढ़ती थी. 31 जुलाई को स्कूल में उसकी संदिग्ध परिस्थियों में तीसरी मंजिल से गिरने से मौत हो गई. इसके बाद स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया था. घटना के बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई. सीओ सिटी के नेतृत्व में फॉरेंसिंक और डॉग स्क्वायड की टीम ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की थी.
परिजनों ने लगाए गंभीर आरोपः वहीं, जानकारी होने पर छात्रा के परिजन रोते-बिलखते स्कूल पहुंचे थे. पीड़ित परिजनों ने आरोप लगाया था कि स्कूल प्रशासन ने कई घंटे तक उनको गुमराह किया. इलाज के लिए उनकी बेटी को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जबकि उनकी बेटी पहले ही मर चुकी थी. परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर बेटी की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए, साक्ष्यों को मिटाने का भी आरोप लगाया था.
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शिक्षक की डांट और प्रिंसिपल की सजा से थी आहत! वहीं, दूसरी ओर यह भी कहा गया कि क्लास में छात्रा के कब्जे से मोबाइल मिलने पर शिक्षक ने उसे डांटा था. टीचर ने प्रिंसिपल सुमन मिश्रा से भी उसकी शिकायत की थी. शिकायत के बाद प्रिंसिपल से पड़ी डांट और प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर खड़े होने की सजा मिलने से छात्रा आहत हो गई थी. इसके बाद उसने स्कूल की तीसरी मंजिल पर चढ़कर आत्महत्या कर ली. हालांकि, अभी मामले की जांच जारी है. पुलिस का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.
आरोपियों की जमानत अर्जी खारिजः सीओ सीटी गौरव कुमार ने बताया था कि घटना की जानकारी के बाद वे टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे. उन्होंने सीसीटीवी फुटेज की जांच कराई और फॉरेंसिंक टीमों ने भी जांच की थी. गौरतलब है कि इसके परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर टीचर और प्रिंसिपल दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. दोनों के खिलाफ कई संगीन धाराएं भी लगायी गयी थी, जिसके बाद दोनों आरोपियों की जमानत अर्जी भी खारिज हो गयी. इसी मामले को लेकर निजी स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षकों में आक्रोश है. पुलिस कार्रवाई को लेकर मंगलवार को आजमगढ़ में सभी शिक्षकों ने हड़ताल भी किया और स्कूल बंद रहे.
फिरोजाबाद में जुलूस निकालकर शिक्षकों का विरोधः बता दें कि फिरोजाबाद में शिक्षकों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर जुलूस भी निकाला और सिटी मजिस्ट्रेट संगीत सिंह को एक मांग पत्र सौंपा. किड्स कार्नर स्कूल की प्रिंसिपल रुपाली भटनागर का कहना है कि कोई भी टीचर स्टूडेंट्स का अविभावक होता है, ऐसे में कोई भी शिक्षक किसी का नुकसान नहीं चाहता है. उन्होंने कहा कि आजमगढ़ की घटना निश्चित तौर पर दुर्भाग्यपूर्ण है. लेकिन, जिस तरह से संगीन धाराओं में प्रिंसीपल और शिक्षक को जेल भेजा गया है. यह उससे भी ज्यादा निंदनीय है. पुलिस को इस मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए.
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