फिरोजाबाद : अयोध्या में जमीन की खरीद फरोख्त को लेकर मचे घमासान के बीच यूपी सरकार के कैबिनेट और समग्र ग्राम विकास मंत्री राजेन्द्र सिंह उर्फ मोती सिंह ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है. फिरोजाबाद में एक प्रेस कांफ्रेंस में मंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने मंदिर निर्माण के लिए चंदे के रूप में एक ईंट तक नहीं दी, जिन्होंने कारसेवकों पर गोलियां चलवायी हो, उन्हें ऐसी में बैठकर रजिस्ट्री देखने का कोई अधिकार नहीं है.
जिले के अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
दरअसल, मोती सिंह फिरोजाबाद जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं. रविवार को वह जिले के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों से भेंट की, साथ ही उनसे फीड बैक भी लिया. इसके बाद मंत्री ने कलक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले कार्यों के साथ-साथ संचारी रोग नियंत्रण अभियान और कोविड टीकाकरण अभियान की प्रगति की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने अफसरों को निर्देशित किया कि ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण के कैम्प आयोजित किए जाएं, साथ ही टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक किया जाय. इसके बाद प्रभारी मंत्री ने पुलिस लाइन सभागार में एक बैठक कर क्राइम के आंकड़ों और पुलिसिया कार्रवाई की समीक्षा की. उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि जो केस अनसुलझे हैं उनका जल्द खुलासा हो. जो अपराधी फरार हैं उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाय. हर पीड़ित की सुनवाई हो.
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इसके बाद प्रभारी मंत्री मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के उस बयान को लेकर प्रतिक्रिया दी, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया था कि बीजेपी सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर कब्जा करना चाहती है. प्रभारी मंत्री ने कहा कि यह सपा की पॉलिसी रही है. बीजेपी लोकतंत्र में भरोसा रखती है. उन्होंने कहा कि हमारा कोई दबाव प्रशासन पर नहीं है, इसलिए कार्यकर्ता भी हमसे नाराज हैं. साथ ही अयोध्या मुद्दे को बेवजह तूल देने पर उन्होंने सपा और आम आदमी पार्टी को आड़े हाथों लिया.