फिरोजाबाद: जिले में चार पहले एक सिपाही ने पुलिस लाइन की मैस के खाने की गुणवत्ता पर हंगामा किया था. इस घटना को लेकर आगरा जोन के अपर पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने शनिवार को मैस का निरीक्षण किया. उन्होंने सिपाहियों को हिदायत दी कि अगर किसी को कोई समस्या है तो सीधे अधिकारियों से शिकायत करें, पुलिस विभाग का अनुशासन न तोड़ें.
दरअसल, फिरोजाबाद पुलिस लाइन में तैनात सिपाही मनोज कुमार जिसकी ड्यूटी फिलहाल जनपद न्यायालय के सम्मन सेल में है, ने खाने की गुणवत्ता को लेकर हंगामा किया था. वह भोजन की गुणवत्ता से नाराज था. उसका कहना था कि उसे जो भोजन की थाली दी गई है उसमें दाल के नाम पर पानी और रोटिया सूखी और कच्ची हैं. आरोप था कि इन्हें इंसान तो क्या कुत्ता भी नहीं खा सकता है. सिपाही ने मीडिया के सामने रो-रो कर अपना दर्द बयां करते हुए रोटियों और दाल को भी दिखाया था. सिपाही ने पुलिस लाइन के बाहर जमकर हंगामा करते हुए उच्चाधिकारियों पर भी आरोप लगाया था कि उसकी बात को कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है.बल्कि उल्टा शिकायत करने पर उसे बर्खास्त करने की धमकी दी जा रही है.
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सिपाही के हंगामे के बाद एसएसपी ने भोजन की गुणवत्ता की जांच सीओ सिटी और सिपाही के आचरण की जांच सीओ लाइन को सौंपी है. इस मामले की गूंज लखनऊ तक भी पहुंच चुकी है. मामले की गंभीरता को भांपते हुए आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्ण ने शनिवार को फिरोजाबाद पहुंचकर पुलिस लाइन के मैस की व्यवस्थाओं और खाने की गुणवत्ता को चैक किया. एडीजी राजीव कृष्ण ने कहा कि इस मैस में 200-250 पुलिसकर्मियों द्वारा खाना खाया जाता है और राजपत्रित अधिकारी भी खाना खाते हैं लेकिन कभी किसी ने खाने की गुणवत्ता की शिकायत नहीं की है. अभी एक कांस्टेबल द्वारा इसकी शिकायत की गई है इसीलिए इसकी जांच सीओ को सौंपी गई है.
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एडीजी ने कहा कि पुलिस की नौकरी अनुशासित होती है इसलिए अगर किसी को शिकायत है तो वह उच्चाधिकारियों तक अपनी बात पहुंचा सकता है लेकिन किसी को भी अनुशासन नहीं तोड़ना चाहिए.
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