फतेहपुर: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन बढ़ा दिया है. हांलाकि इस बार सरकार ने देश को तीन जोन (ग्रीन, ऑरेंज, रेड) में बांटते हुए लॉकडाउन के दौरान कुछ छूट भी दी है. जिसमें ग्रीन और ऑरेंज जोन में कुछ नरमी बरतते हुए दुकानों को खोलने और औद्योगिक इकाईयों को शुरू करने की अनुमति दी गयी है. लेकिन इसके साथ ही सरकार ने लॉकडाउन के नियमों का पालन करने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और सैनिटाइजेशन करने का निर्देश दिया है. सरकार ने इन सभी नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन को दी है.
अचानक देशभर में लॉकडाउन घोषित होने के बाद से गरीब, मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया था. जिसे देखते हुए सरकार ने लॉकडाउन में कुछ छूट दी है. जिसके बाद जिले में कुछ विशेष प्रकार की दुकानों समेत औद्योगिक इकाइयां शुरू की गईं हैं. लेकिन यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग समेत अन्य नियमों का पालन ठीक प्रकार से नहीं किया जा रहा है.
ईटीवी भारत की टीम ने जब शहर में लॉकडाउन के नियमों के अनुपालन का रियलिटी चेक करने निकली तो उसे जिले में कई स्थानों पर इन नियमों की धज्जियां उड़ती दिखीं. ईटीवी भारत की टीम जब शहर के खेलदार स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की मुख्य शाखा पर पहुंची तो वहां करीब 50 से अधिक लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जिंया उड़ाते हुए एक जगह एकत्रित दिखाई दिए. इसके बाद शहर के प्रमुख पैथोलॉजी सेंटर के बाहर भी लोगों की भीड़ बिना सोशल डिस्टेंसिंग के जमा दिखी.
जिला अस्पताल जो कि जिले में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए मुख्य अस्पताल है वहां भी लोग बेखौफ होकर लॉकडाउन के नियमों और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करते दिखे. इस दौरान वहां पर तैनात सुरक्षाकर्मी व्यवस्था सुधारने के बजाय खुद भी नियमों का उल्लंघन करते दिखे. ऐसे में अगर कोई कोरोना संक्रमित मरीज यहां लाया जाता है तो स्थिति कितनी भयावह हो सकती है.
हालांकि जनपद में अभी तक एक भी कोरोना संक्रमित मरीज नही मिला है. लोगों के सैंपल लगातार जांच के लिए भेजे जा रहे हैं, लेकिन अभी तक जो भी जांच रिपोर्ट आई हैं सभी निगेटिव हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार जनपद ग्रीन जोन में शामिल है.