फतेहपुर: सांसद व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति रामनवमी के जुलूस में शामिल हुईं. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए साध्वी निरंजन ज्योति ने ममता बनर्जी के बयान पर पलटवार किया. कहा, ममता दीदी बौखलाहट में इस तरह के बयान देती हैं. ये वही ममला हैं, जिन्होंने सरस्वती वंदना और पूजा अर्चना पर प्रतिबंध लगाया था. जब उन्होंने देखा कि वहां का हिंदू नाराज हो रहा है तो वह स्वयं जाकर पूजा करने लगी.
फतेहपुर सांसद साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि रामनवमी के जुलूस पर कोई पथराव करता है, तो उस पर उनका बयान आना चाहिए. कोई पत्थरबाजी अपने तरफ से नहीं करता है. वह अपने कार्यकर्ताओं और अपने लोगों को कंट्रोल कर लें, फिर कोई पत्थरबाजी नहीं करेगा. वहीं, राहुल गांधी के सत्यमेव जयते आंदोलन छेड़ने वाले बयान पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि वह आंदोलन छेड़े अच्छी बात है. लेकिन, किसी का सरनेम बदनाम करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. उनके (प्रधानमंत्री) सरनेम को बदनाम करना पूरे ओबीसी समाज को बदनाम करना है. कोर्ट से भी माफी न मांगना देश के लिए अच्छा नहीं है. अभी देश की प्रजातांत्रिक व्यवस्था बहुत अच्छी है. इनके समय में यह लोग प्रजातांत्रिक व्यवस्था को स्वयं तोड़ने में लगे हुए थे.
अशरफ को बरी और अतीक को उम्रकैद की सजा पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इनको डरना ही चाहिए, क्योंकि जिन्होंने जिंदगी भर लोगों को डराया और भयभीत किया है. इन लोगों ने लाखों बहनों के सिंदूर को उजाड़ा है. राजू पाल हत्या में जितने भी गवाह थे उन्हें डराया, धमकाया और अपहरण किया है. देश और प्रदेश में गुंडागर्दी करने वालों को डरना चाहिए, क्योंकि अब तक इन लोगों से जनता डरती थी. लेकिन, योगी सरकार आने के बाद गुंडागर्दी करने वाले डरने लगे हैं, यही रामराज है.
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