फतेहपुर: ओवर लोडिंग को लेकर प्रदेश सरकार चाहे जितनी सख्ती दिखा रही हो, लेकिन जिले के हालात यह हैं कि दिन के उजाले से लेकर रात के अंधेरे तक, खुलेआम ओवर लोडिंग का खेल जारी है. यहां चल रही ओवर लोड गाड़ियों के चलते सरकार का सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा भी खोखला साबित हो रहा है.
ओवर लोड गाड़ियों के चलने से शहर के भीतर से गुजरने वाला बांदा टांडा मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. तमाम दावों के बावजूद जिले में चल रही मोरंग खदानों से ही धड़ल्ले से ओवर लोडिंग की जा रही है. जिले के अलावा बांदा और हमीरपुर की मोरंग खदानों से ओवर लोड मोरंग लादकर प्रतिदिन सैकड़ों गाड़ियां जिले से निकल रही हैं.
इन ओवर लोड गाड़ियों पर लगाम लगाने वाला कोई नहीं है. जिले में ओवर लोडिंग रोकने के लिए ललौली थाना क्षेत्र में कुछ दिन पहले बैरियर भी लगाए गए थे. बैरियर पर तैनात किए गए कर्मचारियों और ओवर लोड गाड़ियां पार कराने वाले पासरों कि मिली भगत सामने आने के बाद इस बैरियर को हटा लिया गया था. उसके बाद जिले में ओवर लोडिंग का खेल धड़ल्ले से जारी है.
जिलाधिकारी संजीव सिंह का कहना है कि ओवर लोड गाड़ियों की धरपकड़ करने के लिए अधिकारियों की टीम तैनात की गई है. सक्रियता के चलते ओवर लोडिंग पर पहले की अपेक्षा कमी आई है. फिर भी अगर ओवर लोडिंग हो रही है तो उस पर रोक लगाई जाएगी.
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