फतेहपुर : जनपद ने विश्वनाथ प्रताप सिंह के रूप में देश को सातवां प्रधानमंत्री दिया था. एक समय ऐसा था जब जनता के बीच पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह का खुमार सिर चढ़कर बोलता था, लेकिन आज जनपद में उनकी चर्चा तक नहीं होती है.
फतेहपुर संसदीय सीट से वर्तमान भाजपा सांसद साध्वी निरंजन ज्योति हैं, जो इस सीट की गरिमा बढ़ाती हैं. राजनीति में यह सीट एक समय बहुत ज्यादा चर्चा का विषय थी, जब 1989 में इस सीट ने वीपी सिंह के रूप में देश को सातवां प्रधानमंत्री दिया था. आज हालात यह हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह का जनपद में या कहीं और जिक्र तक नहीं होता है.
फतेहपुर सीट से ताल्लुक था पूर्व पीएम विश्वनाथ प्रताप सिंह का
- 1989 में वीपी सिंह देश के सातवें प्रधानमंत्री बने थे.
- वर्तमान में पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह का कहीं जिक्र तक नहीं होता है.
- पूर्व पीएम वीपी सिंह प्रयागराज के मांडा के राजा थे.
- वीपी सिंह जब चुनाव लड़े थे तो उन्होंने राजा नहीं फकीर हूं, देश की तकदीर हूं का नारा दिया था.
- उन्होंने कांग्रेस के भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाया.
- पूर्व पीएम वीपी सिंह को जनता ने भारी बहुमत से संसद भेजा था.
- 2 जून 1989 को राष्ट्रीय मोर्चा की सरकार बनी, जिसके प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह बने.
- वीपी सिंह प्रधानमंत्री की कुर्सी पर मात्र 11 महीने ही रहे.
- उन्होंने अपने कार्यकाल में लंबे समय से लंबित मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू की.
- वीपी सिंह ने फतेहपुर में एक महिला महाविद्यालय बनवाया था.
एक समय था जब पूर्व पीएम वीपी सिंह का खुमार जनता के बीच सिर चढ़कर बोलता था. वीपी सिंह को जिस पिछड़े समाज का मसीहा समझा जाता है, जिसके लिए उन्होंने अपने सवर्ण समाज का तिरष्कार किया, उसी का परिणाम है कि आज पिछड़ा समाज भी उन्हें भूल गया. आज देश तो छोड़िए जिले में भी उनकी कोई मूर्ति नहीं है.
-चन्द्रभान सिंह, वरिष्ठ पत्रकार
पूर्व पीएम वीपी सिंह का हम आज भी सम्मान करते हैं. उनकी जयंती पर याद करते हैं. आने वाले समय में उनकी मूर्ति स्थापित की जाएगी.
-सुरेंद्र यादव, सपा जिलाध्यक्ष