फतेहपुर: ग्रीष्मकालीन अवकाश होते ही परिषदीय विद्यालयों में ताले लटक गए हैं. अधिकतर शिक्षक-शिक्षिकाएं अपने बच्चों को लेकर कहीं बाहर जाकर समर वोकेशन का आनंद ले रहे हैं, लेकिन वहीं फतेहपुर के प्राथमिक विद्यालय बड़नपुर में 5 दिवसीय समर कैंप लगा कर गरीब बच्चों का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है. समर कैंप में पाठ्यक्रम के इतर खेलकूद और संगीत की रचनात्मक रुचि जगाई जा रही है.
समर कैंप का उद्देश्य
- परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था सुधार के लिए शासन ने कई कदम उठाए हैं.
- इसमें कॉन्वेंट की तर्ज पर सरकारी स्कूलों को मॉडल स्कूल बना अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई करवाई जा रही है. कुछ अध्यापक स्वयं के कर्तव्य से गरीब बच्चों की शिक्षा में सुधार के लिए तमाम प्रयास कर रहे हैं.
- इसी के तहत प्राथमिक विद्यालय बड़नपुर में समर कैंप का आयोजन किया गया है.
- इसमें बच्चों को डांस का हुनर, पेंटिंग, पेपर क्राफ्ट, वेस्ट मैटेरियल मैनेजमेंट, सामान्य ज्ञान और खेल-कूद की गतिविधियों को रचनात्मक तरीके से सिखाया जा रहा है.
रचनात्मक है गरीबों का समर कैंप
प्रधानाध्यापक अमरदीप ने बताया कि समर कैंप का उद्देश्य यह है कि गरीब घर के बच्चे गर्मी की छुट्टियों में कहीं बाहर नहीं जा पाते हैं. ऐसे में समर कैंप के माध्यम से बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार खेल-कूद, डांस और इनके मनपसंद खाने की वस्तु का इंतजाम किया गया है.
सर्वांगीण विकास का किया जा रहा प्रयास
सहायक अध्यापिका जया पांडेय ने बताया कि स्कूल के दिनों में बच्चों को पाठ्यक्रम के अलावा और कुछ सिखाने का समय नहीं मिलता. समर कैंप के माध्यम से बच्चों में डांस, इन डोर-आउट डोर गेम, हैंड क्राफ्ट जैसे रचनात्मक ज्ञान के जरिए सर्वांगीण विकास का प्रयास किया जा रहा है.