फतेहपुरः वकीलों और पुलिसों के बीच का संघर्ष कम होने का नाम नहीं ले रहा. दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकील संघर्ष को लेकर फतेहपुर में वकीलों ने प्रदर्शन किया. वकीलों ने न्याय की मांग करते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर न्यायालय परिसर में पुलिस कर्मियों के हथियार लाने पर प्रतिबंध की मांग की. वहीं दिल्ली में हुए बवाल के दोषी पुलिसकर्मियों पर शख्त कार्रवाई की मांग की है.
जिला न्यायालय में वकीलों ने कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन किया. इनकी मांग है कि दिल्ली के कोर्ट में हुए वकील-पुलिस संर्घष में जो वकील घायल हुए हैं. उन्हें दस लाख रुपये का मुवावजा दिया जाए. वकीलों का कहना है कि पुलिसकर्मी सरकारी गन के साथ लोगों में दहशत बनाते हैं, जबकि न्यायालय परिसर में किसी भी प्रकार का ज्वलनशील पदार्थ लाना निषेध है. उनका कहना है कि बगैर आदेश के पुलिस परिसर में कोई शस्त्र लेकर नहीं आए.
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वकील विजय कुमार सिंह ने कहा कि वकील वेतनभोगी नहीं होते, जबकि पुलिस वेतन भोगी हैं. संगठन बना के सड़क पर प्रदर्शन कर रहें हैं. इससे देश की कानून व्यवस्था को खतरा है. यह तरीका पुलिसकर्मियों के मनमाने कार्यप्रणाली का उदाहरण है.