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फतेहपुरः वकीलों ने किया प्रदर्शन, कहा- कैंपस में हथियार न लेकर आएं पुलिसकर्मी - वकीलों ने जिलाधिकारी को दिया ज्ञापन

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में हुए विवाद को लेकर जिले में वकीलों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर न्यायालय परिसर में पुलिसकर्मियों के हथियाल लाने पर प्रतिबंध की मांग की.

वकीलों ने किया प्रदर्शन.
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Published : Nov 9, 2019, 5:21 PM IST

फतेहपुरः वकीलों और पुलिसों के बीच का संघर्ष कम होने का नाम नहीं ले रहा. दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकील संघर्ष को लेकर फतेहपुर में वकीलों ने प्रदर्शन किया. वकीलों ने न्याय की मांग करते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर न्यायालय परिसर में पुलिस कर्मियों के हथियार लाने पर प्रतिबंध की मांग की. वहीं दिल्ली में हुए बवाल के दोषी पुलिसकर्मियों पर शख्त कार्रवाई की मांग की है.

वकीलों ने किया प्रदर्शन.

जिला न्यायालय में वकीलों ने कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन किया. इनकी मांग है कि दिल्ली के कोर्ट में हुए वकील-पुलिस संर्घष में जो वकील घायल हुए हैं. उन्हें दस लाख रुपये का मुवावजा दिया जाए. वकीलों का कहना है कि पुलिसकर्मी सरकारी गन के साथ लोगों में दहशत बनाते हैं, जबकि न्यायालय परिसर में किसी भी प्रकार का ज्वलनशील पदार्थ लाना निषेध है. उनका कहना है कि बगैर आदेश के पुलिस परिसर में कोई शस्त्र लेकर नहीं आए.

पढ़ें- आगरा: गंदगी देखकर खुद सफाई में जुट गयी विदेशी पर्यटक

वकील विजय कुमार सिंह ने कहा कि वकील वेतनभोगी नहीं होते, जबकि पुलिस वेतन भोगी हैं. संगठन बना के सड़क पर प्रदर्शन कर रहें हैं. इससे देश की कानून व्यवस्था को खतरा है. यह तरीका पुलिसकर्मियों के मनमाने कार्यप्रणाली का उदाहरण है.

फतेहपुरः वकीलों और पुलिसों के बीच का संघर्ष कम होने का नाम नहीं ले रहा. दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकील संघर्ष को लेकर फतेहपुर में वकीलों ने प्रदर्शन किया. वकीलों ने न्याय की मांग करते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर न्यायालय परिसर में पुलिस कर्मियों के हथियार लाने पर प्रतिबंध की मांग की. वहीं दिल्ली में हुए बवाल के दोषी पुलिसकर्मियों पर शख्त कार्रवाई की मांग की है.

वकीलों ने किया प्रदर्शन.

जिला न्यायालय में वकीलों ने कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन किया. इनकी मांग है कि दिल्ली के कोर्ट में हुए वकील-पुलिस संर्घष में जो वकील घायल हुए हैं. उन्हें दस लाख रुपये का मुवावजा दिया जाए. वकीलों का कहना है कि पुलिसकर्मी सरकारी गन के साथ लोगों में दहशत बनाते हैं, जबकि न्यायालय परिसर में किसी भी प्रकार का ज्वलनशील पदार्थ लाना निषेध है. उनका कहना है कि बगैर आदेश के पुलिस परिसर में कोई शस्त्र लेकर नहीं आए.

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वकील विजय कुमार सिंह ने कहा कि वकील वेतनभोगी नहीं होते, जबकि पुलिस वेतन भोगी हैं. संगठन बना के सड़क पर प्रदर्शन कर रहें हैं. इससे देश की कानून व्यवस्था को खतरा है. यह तरीका पुलिसकर्मियों के मनमाने कार्यप्रणाली का उदाहरण है.

Intro:फतेहपुर- वकील पुलिस के बीच का संघर्ष कम होने का नाम नही ले रहा। दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस वकील संघर्ष को लेकर फतेहपुर में वकीलों ने प्रदर्शन किया। वकीलों ने न्याय की मांग करते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर न्यायालय परिसर में पुलिस कर्मियों के असलहा लाने पर प्रतिबंध की मांग किए। वहीं दिल्ली में हुए बवाल के दोषी पुलिसकर्मियों पर शख्त कार्यवाही की मांग किए।


Body:जिला न्यायालय में वकीलों ने कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन किया। इनकी मांग है कि दिल्ली के कोर्ट में हुए वकील पुलिस संर्घष में जो वकील घायल हुए हैं उन्हें दस लाख रुपये का मुवावजा दिया जाय। आये दिन पुलिसकर्मी न्यायालय परिसर में मनमाने तरीके से वकीलों से पेश आते हैं। पुलिस कर्मी सरकारी गन के भौकाल बनाकर लोगो मे दहशत बनाते हैं। जबकि न्यायालय परिसर किसी भी प्रकार का ज्वलनशील पदार्थ लाना निषेध है ऐसे में पुलिस कर्मी कैसे हथियार लेकर आते हैं। बगैर परमिशन के पुलिस परिसर में कोई शस्त्र लेकर नही आए।
वकील विजय कुमार सिंह ने कहा कि वकील वेतनभोगी नही होते जबकि पुलिस वेतन भोगी है संगठन बना के सड़क पर प्रदर्शन कर रहें हैं जिससे देश की कानून व्यवस्था को खतरा है। यह तरीका पुलिसकर्मियों के मनमाने कार्यप्रणाली का उदाहरण है। आए दिन पुलिस वाले न्यायालय परिसर में असलहों के दम पर अप्रिय व्यवहार करते हैं। जो वकीलों के सम्मान के खिलाफ है। ऐसे में न्यायालय में इनके असलहा लाने पर प्रतिबंध लगाया जाय।




Conclusion:बॉइट वकील अमित कुमार
2 विजय सिंह

अभिषेक सिंह फतेहपुर 7860904510
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