ETV Bharat / state

फतेहपुरः अवैध चमड़ा फैक्ट्रियों को SDM ने किया सील, संचालक के खिलाफ FIR दर्ज - फतेहपुर की अवैध चमड़ा फैक्ट्री को sdm ने सीज किया

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में प्रशासन ने बंद पड़ी चमड़ा फैक्ट्रियों पर छापेमारी की. इस दौरान बंद फैक्ट्रियों में अवैध रूप से काम होता देख प्रशासन की टीम ने उन्हें सील करने की कार्रवाई की. साथ ही संचालकों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया.

अवैध चमड़ा फैक्ट्री सीज.
अवैध चमड़ा फैक्ट्री सीज.
author img

By

Published : Oct 29, 2020, 12:05 AM IST

फतेहपुर: जिले के औंग थाना क्षेत्र के अंतर्गत नेशनल हाइवे पर स्थित बंद पड़ी दो चमड़ा फैक्ट्रियों पर एसडीएम ने छापेमारी की. इन फैक्ट्रियों में अंदर काम होता पाया गया. जिसके बाद फैक्ट्रियों को सील करते हुए संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर एक युवक को गिरफ्तार किया गया है. आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है.

जानें पूरा मामला
जानकारी के अनुसार औंग थाना क्षेत्र के कानपुर-प्रयागराज हाइवे पर स्थित रानीपुर गांव में दो बंद पड़ी फैक्ट्रियों की चिमनियों से जहरीला धुंआ निकल रहा था. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की. शिकायत पर राजस्व टीम ने फैक्ट्रियों का ताला खुलवाया तो अंदर भट्ठियां धधकती हुई मिलीं. जहां एक फैक्ट्री में कर्मचारी सड़े हुए चमड़े को गलाने में जुटे थे. वहीं दूसरी फैक्ट्री में चमड़े को फैलाकर सुखाने का कार्य किया जा रहा था.

एसडीएम आशीष कुमार के निर्देश पर दोनों फैक्ट्रियों को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया. साथ ही फैक्ट्री मालिकों को नोटिस भेजकर तलब किया गया है. बता दें कि यहां कानपुर और उन्नाव से चमड़ा मंगाकर गलाया जाता था. अत्यधिक प्रदूषण फैलाने पर ग्रामीणों ने राज्यमंत्री से इसकी शिकायत की थी. जिसके बाद एसडीएम बिंदकी आशीष कुमार के नेतृत्व में टीम ने छापेमारी कर कार्रवाई की. चमड़ा गलाने के बाद कंपनी इसका उपयोग नकली खाद बनाने के लिए करती थी.

औंग थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव में दो चमड़ा फैक्ट्री बंद पड़ी थीं, जहां अंदर चमड़ा गलाया जाता था. जिससे दुर्गंध और प्रदूषण फैलता था. इसकी शिकायत एसडीएम को मिली. सूचना पर राजस्व टीम और पुलिस बल के द्वारा मौके पर पहुंच कर जांच की गई, तो मामला सही पाया गया. जिस पर संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में एक युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है.

- संजय सिंह, सीओ

फतेहपुर: जिले के औंग थाना क्षेत्र के अंतर्गत नेशनल हाइवे पर स्थित बंद पड़ी दो चमड़ा फैक्ट्रियों पर एसडीएम ने छापेमारी की. इन फैक्ट्रियों में अंदर काम होता पाया गया. जिसके बाद फैक्ट्रियों को सील करते हुए संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर एक युवक को गिरफ्तार किया गया है. आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है.

जानें पूरा मामला
जानकारी के अनुसार औंग थाना क्षेत्र के कानपुर-प्रयागराज हाइवे पर स्थित रानीपुर गांव में दो बंद पड़ी फैक्ट्रियों की चिमनियों से जहरीला धुंआ निकल रहा था. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की. शिकायत पर राजस्व टीम ने फैक्ट्रियों का ताला खुलवाया तो अंदर भट्ठियां धधकती हुई मिलीं. जहां एक फैक्ट्री में कर्मचारी सड़े हुए चमड़े को गलाने में जुटे थे. वहीं दूसरी फैक्ट्री में चमड़े को फैलाकर सुखाने का कार्य किया जा रहा था.

एसडीएम आशीष कुमार के निर्देश पर दोनों फैक्ट्रियों को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया. साथ ही फैक्ट्री मालिकों को नोटिस भेजकर तलब किया गया है. बता दें कि यहां कानपुर और उन्नाव से चमड़ा मंगाकर गलाया जाता था. अत्यधिक प्रदूषण फैलाने पर ग्रामीणों ने राज्यमंत्री से इसकी शिकायत की थी. जिसके बाद एसडीएम बिंदकी आशीष कुमार के नेतृत्व में टीम ने छापेमारी कर कार्रवाई की. चमड़ा गलाने के बाद कंपनी इसका उपयोग नकली खाद बनाने के लिए करती थी.

औंग थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव में दो चमड़ा फैक्ट्री बंद पड़ी थीं, जहां अंदर चमड़ा गलाया जाता था. जिससे दुर्गंध और प्रदूषण फैलता था. इसकी शिकायत एसडीएम को मिली. सूचना पर राजस्व टीम और पुलिस बल के द्वारा मौके पर पहुंच कर जांच की गई, तो मामला सही पाया गया. जिस पर संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में एक युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है.

- संजय सिंह, सीओ

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.