फतेहपुर: जिले के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षण के सुधार के लिए सरकार कई योजनाएं संचालित कर रही है, जिससे गरीब बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके. वहीं सरकार के प्रयासों को शिक्षकों का भी साथ मिल गया है. शिक्षकों की सक्रियता से परिषदीय विद्यालयों के शिक्षा में सुधार आने से अब लोगों का आकर्षण इन स्कूलों की तरह बढ़ रहा है.
इस परिषदीय स्कूल में दिन-प्रतिदिन बढ़ रही बच्चों की संख्या
- आदर्श स्कूल मसवानी में 375 बच्चों का नामंकन हो गया है.
- बच्चों की संख्या अधिक होने के चलते अब टीचर टेस्ट लेकर नामंकन कर रहे हैं.
- यहां बच्चों को खेल-खेल के माध्यम से पाठ्यक्रम के साथ नैतिक ज्ञान भी दिया जाता है.
- यहां की शिक्षिका चम्पा शर्मा को बच्चों को नवाचार के माध्यम से पढ़ाने के लिए राज्य स्तर तक कई पुरस्कार मिल चुके हैं.
- स्कूल में कई बार चोरी होने के वजह से शिक्षकों ने अपने निजी खर्च से स्कूल में गार्ड तैनात किए हैं, जिससे कोई नुकसान न हो.
निजी स्कूलों से परिषदीय स्कूलों में एडमिशन ले रहे हैं बच्चे
अच्छी शिक्षा की चाह में लोग गरीबी के हालत में भी अपने बच्चों को कान्वेंट स्कूल में नामंकन करवाते थे, लेकिन अब मसवानी परिषदीय विद्यायल में शिक्षा व्यवस्था में सुधार होने से परिजन अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल से निकालकर इसमें नामांकन करा रहे हैं. ऐसे में कई क्षेत्रिय निजी विद्यालयों के बच्चों की संख्या में गिरावट आई है.
बच्चों को खेल-खेल में जीके और इंग्लिश स्पीकिंग सिखाई जाती है. प्रार्थना के समय ही सामूहिक रूप से सभी बच्चों को कॉमन जानकारी दी जाती है. इस प्रकार से बच्चों का ज्ञानवर्धन के साथ व्यक्तित्व का भी विकास होता है.
-चम्पा शर्मा, शिक्षिकाइस स्कूल के शिक्षण व्यवस्था में सराहनीय सुधार हुआ है, जिसके चलते बच्चों का नामांकन बढ़ गया है. ऐसे में भवन की कमी हो रही है. नए भवन के निर्माण के लिए प्रयास जारी है.
-शिवेन्द्र प्रताप सिंह, बीएसए