फतेहपुरः जिले की खागा तहसील के सरौली गांव स्थित दुर्गा मंदिर में उस समय लोगों का तांता लग गया, जब एक किसान अपने भैंस के बच्चे का मुंडन संस्कार कराने बाजे गाजे के साथ मंदिर पहुंचा. किसान जयचंद्र ने बाल काटने वाले को बुलाकर पूरे रस्मों-रिवाज के साथ भैंस के बच्चे का मुंडन करवाया. इस अनोखे मुंडन संस्कार को देखने कई गांवों के लोग एकत्र हो गए.
किसान जयचंद्र सिंह ने बताया कि भैंस के बच्चे पैदा होने के बाद मर जाया करते थे. इससे भैंस पालक किसान को दोहरी क्षति उठानी पड़ती थी. बच्चे के मरने का नुकसान तो होता ही था, साथ ही भैंस दूध देना भी बन्द कर देती थी. किसान जयचंद ने गांव में स्थित दुर्गा माता मंदिर में मन्नत मांगी कि यदि इस बार उसकी भैंस ने बच्चा दिया तो, वह गांव में स्थित दुर्गा माता के मंदिर में अपनी भैस के बच्चे का मुंडन संस्कार करवाएगा.
जब जयचंद्र की भैंस ने बच्चा दिया तो, मंदिर में मांगी गई अपनी मन्नत को पूरा करने के लिए किसान जयचंद्र ने गाजे बाजे के साथ भैंस के बच्चे का मुंडन संस्कार आयोजित किया. किसान जयचंद्र को उम्मीद है कि दुर्गा माता के मंदिर में भैस के बच्चे का मुंडन करवा देने पर उनकी भैंस के बच्चे जीवित रहेंगे.