फतेहपुर: जब कभी भी सरकारी अस्पताल की चर्चा होती है तो जेहन में अव्यवस्था, टूटे फर्श, जर्जर भवन, गन्दगी का अंबार, संसाधनों का अभाव और डॉक्टरों की कमी जैसी तस्वीरें उभर जाती हैं. आज हम उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हथगाम से आपको रूबरू कराएंगे जो आपकी धारणा को बदल देगी.
सामुदायिक केंद्र हथगाम का अलग नजारा-
सामुदायिक केंद्र हथगाम के परिसर में प्रवेश करते ही आपको अलग नजारा दिखेगा. चमचमाते भवन, क्यारियों में लगे औषधीय पौधे, गाड़ी पार्किंग की व्यवस्था, और तीमारदारों को बैठने के लिए साफ-सुथरा शेड. ये दृश्य देख आप कुछ सोच में पड़े ही रहेंगे तभी अस्पताल भवन में प्रवेश करते ही ओपीडी कक्ष में आप चमचमाते टाइल्स और साफ-सुथरा स्वच्छ वार्ड देख कर आश्चर्य में पड़ जाएंगे. इस अस्पताल के प्रसव कक्ष को देखकर आप विश्वास भी नहीं कर सकते हैं यह सरकारी अस्पताल हैं. प्रसव कक्ष में साफ सफाई के साथ मेडिकल के सभी संसाधन मौजूद हैं. यहां जच्चा-बच्चा सभी के इलाज की बेहतरीन व्यवस्था है जिससे किसी भी परिस्थिति में कोई परेशानी न हो.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जिले का आदर्श अस्पताल घोषित-
इस सरकारी अस्पताल का तस्वीर बदलने का श्रेय यहां के चिकित्सा अधिकारी अनुपम कुमार सिंह की है. अनुपम यहां मार्च 2019 में चार्ज लिए, इसके बाद यहां के डॉक्टर और मेडिकल कर्मचारियों के साथ मिलकर पूरे अस्पताल के कायाकल्प के लिए कदम बढ़ाया. पूरी टीम के मेहनत और लगन से पूरा परिसर जहां चकाचक हो गया है वहीं ओपीडी से लेकर वार्ड, लेबर रूम, शौचालय, पैथालॉजी हर जगह की तस्वीर बदल गई है. यह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जिले का आदर्श अस्पताल घोषित हो चुका है.
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मेरा उद्देश्य है कि गरीब लोगों को बेहतर इलाज मिले, इसके लिए मैं प्रयासरत रहता हूं. क्योंकि मानव होने का आशय है कि आपके अंदर मानवता बनी रहे. इस अस्पताल में आज 300 से ऊपर मरीज ओपीडी में आते हैं. पूरी टीम मेहनत से लगी है. आने वाले दिनो में यहां सप्ताह में एक दिन सर्जन की तैनाती का प्रयास है जिससे ऑपरेशन जैसी सुविधाएं भी यहां हो जाएगी.
-डॉक्टर अनुपम कुमार सिंह, चिकित्सा अधिकारी