फतेहपुरः अस्पतालों में भर्ती कोविड-19 के मरीजों को दवाएं और ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने को लेकर सीएम और प्रशासन तमाम दावे कर रहे हैं, लेकिन हकीकत में सभी दावे खोखले नजर आ रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि फतेहपुर जिले में सरकारी अस्पताल में भर्ती मरीजों को खुद ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है. इसके लिए रोज हजारों रुपये खर्च हो रहे हैं.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
फतेहपुर जिला अस्पताल में भर्ती एक कोरोना मरीज के लिए बाहर से ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदकर ला रहे व्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इसमें व्यक्ति दावा कर रहा है कि अस्पताल में मरीजों को ऑक्सीजन न मिल पाने के चलते, उन्हें बाहर से ऑक्सीजन खरीदनी पड़ रही है. इसमें ऑक्सीजन सिलेंडर लेने के लिए 30 हजार रुपये सिक्योरिटी ली जा रही है. यही नहीं पांच हजार रुपये प्रतिदिन बतौर किराया भी देना पड़ रहा है. इसके अलावा प्रतिदिन एक हजार रुपये ऑक्सीजन भरने का अलग से देना पड़ रहा है. बाहर से ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदकर ला रहा व्यक्ति यह भी बताता है कि जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को, जो ऑक्सीजन सिलेंडर दिया जा रहा है, वह पांच से छह घंटे ही चल पाता है. इसके चलते मजबूरी में लोगों को बाहर से ऑक्सीजन सिलेंडर लेना पड़ रहा है.
इसे भी पढ़ेंःमां को नहीं मिली ऑक्सीजन तो बेटियों ने मुंह से दी सांसें
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का नंबर बंद
इस मामले में जब जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर प्रभाकर से बात करने का प्रयास किया गया, तो उनका मोबाइल नंबर लगातार बन्द जा रहा था. जब इन हालातों में सीएमओ का फोन नंबर ही बंद हो, तो जिले में चिकित्सा की हालत क्या होगी, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है.