फतेहपुर: जिले के बिंदकी तहसील अंतर्गत एक गांव से शुरू संक्रामक व मच्छरजनित बीमारियां अब कई गांवों तक पहुंच चुकी हैं. आलम यह है कि लोग दहशत में हैं. आधा दर्जन से अधिक मौतें पहले ही हो चुकी हैं. ताजा आंकड़ों की बात करें तो दो लोगों की जान जा चुकी है और 50 से अधिक लोग बीमार हैं. हालांकि डॉक्टरों की टोली गांवों में डेरा जमाकर लोगों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए काम कर रही है.
बता दें कि नोनारा व मंगलपुर टकौली में बीमारी की स्थिति अभी सामान्य भी नहीं हुई कि बहरौली, रोटी व कटरा चुनपुट गांवों में लोग बीमार होने शुरू हो गए. जांच की गई तो पता चला कि यहां भी लोग डेंगू से पीड़ित हैं. इन गांवों में 58 लोग बीमार हैं, जबकि दो लोगों की मौत हो चुकी है. तेजी से फैल रही इस बीमारी से लोगों को निजात दिलाने के लिए डॉक्टरों की टीम जुटी हुई है. इसके साथ ही गांव में व्यापक रूप से सफाई अभियान चलाया जा रहा है.
बहरौली गांव में एक ही परिवार पर डेंगू कहर बनकर टूटा है. डेंगू की चपेट में आने से अमित यादव की मौत हो गई थी, जिसकी तेरहवीं का कार्यक्रम होना था कि इसी दिन उसकी मां चल बसी. तेरहवीं का कार्यक्रम रोक परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार किया. एक ही परिवार की दो मौतों से पूरा गांव स्तब्ध है. गांव में तेजी से फैल रही बीमारी का कारण लोगों द्वारा मेडिकल स्टोर व झोला छाप डॉक्टरों से दवा करवाना भी बताया जा रहा है.
गांव में बीमारी को रोकथाम हेतु पहुंची डॉ. सुमन बताती हैं कि बुखार से पीड़ित लोग मेडिकल स्टोर या झोलाछाप डॉक्टरों की सलाह पर एन्टीबायोटिक दवाओं का डोज अधिक ले रहे हैं. जिसके कारण उल्टी व पेट दर्द की दिक्कतें हो रही हैं. लोगों को सरकारी अस्पताल या किसी प्रशिक्षित डॉक्टर से इलाज कराना चाहिए.