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फतेहपुर: पेड़ों की धड़ल्ले से हो रही कटाई, सोया हुआ है वन विभाग - उत्तर प्रदेश समाचार

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में हरे पेड़ की कटाई जोरों पर है. हालात यह है कि मीडिया के द्वारा वन विभाग और पुलिस को जानकारी देने के बाद भी पेड़ काटे जा रहें हैं.

पेड़ो की धड़ल्ले से हो रही कटाई.
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Published : Sep 18, 2019, 10:23 PM IST

फतेहपुर: पर्यावरण के सुरक्षा को देखते हुए सरकार 'एक पेड़ दस पुत्र' समान का नारा देकर वृक्षारोपण करवा रही है. दो वर्ष से सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक ही दिन में सर्वाधिक पौधरोपण कर गिनीज बुक में नाम दर्ज करवा रहें हैं. वहीं फतेहपुर जिले में हरे पेड़ की कटाई जोरों पर है. हालात यह है कि मीडिया के द्वारा वन विभाग और पुलिस को जानकारी देने के बाद भी पेड़ काटे जा रहे हैं.

पेड़ो की धड़ल्ले से हो रही कटाई.

जानकारी होने के बावजूद पुलिस नहीं कर रही कोई कार्रवाई
जिले के गाजीपुर थाना से महज एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित मीरापुर गांव में महुआ के हरे पेड़ों की पूरी बाग काट दी गई. मुख्यमार्ग पर खुलेआम बगैर सरकारी आदेश के हो रही पेड़ की कटाई के सम्बंध में जब वन विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया तो कार्यवाही करने के बजाय अजीबोगरीब बात करने लगे. वहीं गाजीपुर थाने की पुलिस भी जानकारी होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की.

इसे भी पढ़ें:-सुलतानपुर: स्कूल से लौट रही इंटरमीडिएट की छात्रा को टैंकर ने रौंदा, मौत

जिलाधिकारी के हस्तक्षेप से हुई कार्रवाई
हरे पेड़ो की कटाई का मामला जब मीडिया के द्वारा वायरल हुआ तो जिलाधिकारी सक्रिय हुए. इसके बाद प्रसाशन ने आनन-फानन में कार्रवाई के नाम पर कथित ठेकेदार और कटान करने वाले दो मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया है. पूरे मामले में जिला प्रशासन जांच करा कर आगे की कार्रवाई करने की बात कर रहा है.

फतेहपुर: पर्यावरण के सुरक्षा को देखते हुए सरकार 'एक पेड़ दस पुत्र' समान का नारा देकर वृक्षारोपण करवा रही है. दो वर्ष से सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक ही दिन में सर्वाधिक पौधरोपण कर गिनीज बुक में नाम दर्ज करवा रहें हैं. वहीं फतेहपुर जिले में हरे पेड़ की कटाई जोरों पर है. हालात यह है कि मीडिया के द्वारा वन विभाग और पुलिस को जानकारी देने के बाद भी पेड़ काटे जा रहे हैं.

पेड़ो की धड़ल्ले से हो रही कटाई.

जानकारी होने के बावजूद पुलिस नहीं कर रही कोई कार्रवाई
जिले के गाजीपुर थाना से महज एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित मीरापुर गांव में महुआ के हरे पेड़ों की पूरी बाग काट दी गई. मुख्यमार्ग पर खुलेआम बगैर सरकारी आदेश के हो रही पेड़ की कटाई के सम्बंध में जब वन विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया तो कार्यवाही करने के बजाय अजीबोगरीब बात करने लगे. वहीं गाजीपुर थाने की पुलिस भी जानकारी होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की.

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जिलाधिकारी के हस्तक्षेप से हुई कार्रवाई
हरे पेड़ो की कटाई का मामला जब मीडिया के द्वारा वायरल हुआ तो जिलाधिकारी सक्रिय हुए. इसके बाद प्रसाशन ने आनन-फानन में कार्रवाई के नाम पर कथित ठेकेदार और कटान करने वाले दो मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया है. पूरे मामले में जिला प्रशासन जांच करा कर आगे की कार्रवाई करने की बात कर रहा है.

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खबर रैप से
फतेहपुर- पर्यावरण के सुरक्षा को देखते हुए सरकार एक पेड़ दस पुत्र समान का नारा देकर वृक्षारोपण करवा रही है। दो वर्ष से सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश एक ही दिन में सर्वाधिक पौधरोपण कर गिनीज बुक में नाम दर्ज करवा रहें हैं। वहीं पर्यावरण के प्रति गम्भीरता को दिखाते हुए सरकार हरे फलदार पेड़ो की कटाई पर भी प्रतिबंध लगा दिया है लेकिन फतेहपुर जिले में हरे पेड़ की कटाई जोरों पर है। हालात यह है कि मीडिया के द्वारा वन विभाग और पुलिस को जानकारी देने के बाद भी पेड़ कट जा रहें हैं।Body:ताजा मामला जिले के गाजीपुर थाना से महज 1किलो मीटर की दूरी पर स्थित मीरापुर गांव में मेन रोड के किनारे महुआ के हरे पेड़ों की पूरी बाग काट दी गई । यहां तक कि पेड़ को काटने के पश्चात लकड़ी कटान माफिया कटे पेड़ की जड़ को जेसीबी से उखाड़कर मिट्टी डाल दिए।मुख्यमार्ग पर खुलेआम बगैर सरकारी आदेश के हो रही पेड़ की कटाई के सम्बंध में जब वन विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया तो कार्यवाही करने के बजाय अजीबोगरीब बात करने लगे। वहीं गाजीपुर थाने की पुलिस भी जानकारी होने के बावजूद कोई कार्यवाही नही की।


जिलाधिकारी के हस्तक्षेप से हुई कार्यवाही

हरे पेड़ो की कटाई का मामला जब मीडिया के द्वारा वाइरल हुआ तो जिलाधिकारी सक्रिय हुए। इसके बाद प्रसाशन ने आनन- फानन में कार्यवाही के नाम पर कथित ठेकेदार और कटान करने वाले दो मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया है और पूरे मामले में जिला प्रशासन जांच करा कर आगे की कार्यवाही बात कर रहा है।
वही बड़ा सवाल उठता है कि मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी योजना पर्यावरण सुरक्षा का वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा लकड़ी माफिया से संलिप्तता के द्वारा पलीता लगया जा रहा है और इन पर कोई कार्यवाही नही हो रही है।

Conclusion:खुलेआम महुआ के बाग कटने का मामला मीडिया में आने के बावजूद इस तरह से वनविभाग द्वारा कार्यवाही किया जा रहा है। इससे साफ जाहिर है कि जिले के दूरदराज क्षेत्रों में हरे पेड़ो की कटाई पर रोक नही लगाई जाती है। ऐसे में पर्यावरण के प्रति सरकार की गम्भीरता पेड़ लगाने तक सीमित हो जा रही है क्योंकि जिसको इसके रक्षा की जिम्मेदारी है वह खुद इसके विनाश में संलिप्त है।


बाइट ग्रामीण
बाइट -संजीव सिंह ,जिलाधिकारी फतेहपुर
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