फतेहपुरः जिले के प्रभारी मंत्री और यूपी सरकार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उधम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा और वस्त्र उद्योग कैबिनेट मंत्री राकेश सचान जिले में एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे. इस दौरान केंद्रीय मंत्री इस दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में पत्रकारों से बातचीत की. बातचीत में जब उनसे उनके नाम उद्योग विभाग के 72 भूखंड आवंटन के साथ 10 प्रतिशत रकम भी जमा न होने का सवाल किया गया तो कैबिनेट मंत्री राकेश सचान भड़क गए. उन्होंने कहा कि फ्री में आवंटित नहीं किया गया था. लोग अभी भी जमीन नहीं ले रहे हैं. भूखंड खाली पड़े हुए हैं. मंत्री ने इस दौरान कहा कि वो जमीन वापस करने को भी तैयार हैं, लेकर भागे नहीं जा रहे.
दरअसल, लघु उद्योग भारती फतेहपुर के अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने आयुक्त और निदेशक उद्योग को भेजे पत्र में आरोप लगाया है कि फतेहपुर में 8 इंडस्ट्रियल एरिया है. चकहता मिनी औद्योगिक क्षेत्र में कुल 36 प्लॉट हैं. इनमें 32 अलॉट किए गए हैं, सभी 32 प्लॉट (नंबर 1 से 17 और 22 से 36) एक ही व्यक्ति राकेश सचान के नाम हैं. इसी तरह मिनी औद्योगिक आस्थान सुधवापुर के 45 प्लॉटों में 40 आवंटित हैं, सभी (नंबर 1 से 40) एक ही व्यक्ति राकेश सचान के नाम हैं, यहां उद्योग नहीं लगाए गए हैं. बताया जाता है कि इन प्लॉटों पर कभी मोरंग डंप की गई तो कभी अस्थायी गोशाला बनाई गईं है.
इसी मुद्दे को लेकर जब सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उधम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा व वस्त्र उद्योग मंत्री राकेश सचान से पत्रकारों ने सवाल किया तो कैबिनेट मंत्री भड़क गए. उन्होंने कहा कि 'उनको विभाग ने जर्बदस्ती आवंटन किया था. आवंटित, जमीन लेकर हम भाग नहीं गए, वापस करने को तैयार हैं. डीएम की अध्यक्षता में कमेटी बनी है, ऑनलाइन आवेदन करें भूखंड मिलेगा. जमीन जैसी थी उसी तरह है. डीएम को निर्देश दिया गया है कि भूखंड को खाली कराकर स्टीमेट बनवाकर नाली, सड़क, बिजली लगवाकर उसको आवंटित कर दे.'
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