फर्रुखाबाद: हिंदू धर्म में वट सावित्री व्रत का बहुत महत्व हैं. यह शादीशुदा महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु के लिए रखा जाने वाला एक कठिन व्रत होता है. हर साल वट सावित्री व्रत जेष्ट मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को रखा जाता है. जिले में सोमवार के दिन धार्मिक आस्था के पर्व वट सावित्री पूजा के अवसर पर जेल में निरूद्ध महिला बंदियों ने विधि विधान से व्रत रखा. कारागार परिवार के सदस्यों की महिलाओं ने भी विधि विधान से व्रत रखा था. कारागार के अंदर महिला बंदियों के लिए वट सावित्री व्रत पूजा की सामग्री की व्यवस्था जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद के दिशा निर्देशन में कारापाल अखिलेश कुमार ने की.
अपने पति की लंबी आयु के लिए सुहागिन जेल में निरूद्ध महिला बंदियों ने आज के दिन वट वृक्ष की पूजा अर्चना की. सुहागिनों ने पति की लम्बी उम्र और सुख शांति के लिए वट वृक्ष की पूजा की. कारागार के बाहर कारागार परिवार की महिलाओं के लिए वटवृक्ष सावित्री पूजा की सामग्री की व्यवस्था और पूजा स्थल की शीतल जल से सफाई की व्यवस्था जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद के दिशा निर्देशन में कारापाल अखिलेश कुमार ने संपन्न की.
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कारागार के बाहर की व्यवस्था में लज्जाराम हवलदार ने विशेष सहयोग दिया. महिला बंदी नीरज, सरिता, रीमा, मंजू ,सीमा, प्रीति और माया पूजा स्थल की व्यवस्था में महिला जेल वार्डर कु.नगमा, शीया दुलारी, कुमारी जोली, हेमलता ने भी विशेष सहयोग प्रदान किया गया.
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