फर्रुखाबादः विकास खंड कायमगंज की ग्राम पंचायत सिनौली में तैनात ग्राम विकास अधिकारी एक रोजगार सेवक से मानदेय निकालने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा है. इस रिश्वत का ऑडियो वायरल हो गया है. मामले का संज्ञान लेते हुए सीडीओ डाॅ.राजेंद्र पैंसिया ने आरोपी अधिकारी को निलंबित कर दिया है.
दो हजार रुपये पर मामला हुआ सेट
वायरल हो रहे ऑडियो में ग्राम विकास अधिकारी रवेंद्र कुमार सिंह ने रोजगार सेवक को फोन पर काफी देर बातचीत के बाद मामला दो हजार रुपये पर सेट हो गया. यह ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया. इसके अलावा ग्राम सेवक की बातचीत में प्रधानमंत्री आवास में 30 हजार और शौचालय निर्माण में एक से दो हजार रुपये वसूले जाने का भी मामला सामने आया है.
ग्राम विकास अधिकारी को किया निलंबित
मामला संज्ञान में आने पर सीडीओ डाॅ. राजेंद्र पैंसिया ने कार्रवाई के आदेश जारी कर ग्राम विकास अधिकारी रवेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया. सोशल मीडिया के साथ यूट्यूब पर भी ऑडियो वायरल हो गया था. इसके बाद ऑडियो क्लिप वैरिफाई कराकर चार्जशीट देकर रवेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया गया है.
ग्राम विकास अधिकारी के हस्ताक्षर के बिना नहीं मिलता मानदेय
मनरेगा के तहत ग्राम स्तर पर रोजगार सेवकों की संविदा पर मानदेय के आधार पर नियुक्ति की जाती है. इन्हें तकरीबन छह हजार रुपये मानदेय मिलता है, लेकिन इसका भुगतान गांव में मनरेगा से हुए काम की कुल धनराशि के 3.5 फीसदी निर्धारित कंटीजेंसी से ही दिया जाता है. अगर गांव में काम न हुआ तो मानदेय लटक जाता है. रोजगार सेवक के मानदेय का सत्यापन संबंधित ग्राम विकास अधिकारी के हस्ताक्षर से अग्रसारित किया जाता है.