फर्रुखाबाद : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022(UP Assembly 2022) का आगाज हो चुका है. सभी राजनीतिक दल आगामी चुनाव को लेकर अपनी रणनीति बनाने में लग गए हैं. इस चुनावी माहौल में ईटीवी भारत की टीम यूपी की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से विकास कार्यों की रिपोर्ट जनता को दिखा रहा है. इसी क्रम में ईटीवी भारत की टीम फर्रुखाबाद जिले की कायमगंज विधानसभा क्षेत्र में जनता की राय और बड़े मुद्दों को जानने पहुंची.
बातचीत में स्थानीय लोगों ने सत्ताधारी पार्टी और स्थानीय विधायकों पर गंभीर आरोप लगाए. लोगों ने बताया कि चुनाव के बाद कायमगंज सीट-192 से बीजेपी विधायक अमर खटीक क्षेत्र में बहुत कम दिखाई दिए देते हैं. कुछ लोगों ने कहा कि उन्होंने चुनाव के बाद विधायक को क्षेत्र में एक बार भी नहीं देखा है. विकास के मुद्दे पर लोगों ने बताया कि उनके क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ, बिजली-पानी व सड़क मुख्य मुद्दे हैं. इन सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कुछ खास काम नहीं हुआ है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके यहां बिजली, पानी की समस्या है. वहीं दूसरी तरफ गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण निचले व तटीय इलाकों में पानी भर जाता है. इस बार भी बारिश के पानी के कारण लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. बारिश के पानी का उचित निकास न होने के कारण लोगों की मुशीबतें बढ़ी हैं. कुछ लोगों ने बताया कि कायमगंज क्षेत्र के शमशाबाद कस्बे में अपेक्षित विकास हुआ है.
ये हैं जनता के मुद्दे
कायमगंज विधानसभा क्षेत्र में विकास और चुनावी मुद्दे पर ईटीवी भारत ने स्थानीय लोगों ने बात की. इस दौरान लोगो ने मिलीजुली प्रतिक्रिया दी. कुछ लोगों ने बताया कि क्षेत्र में आपेक्षित विकास हुआ है. वहीं कुछ लोगों ने कस्बे की कई समस्याएं गिनाईं. लोगों ने बताया कि कायमगंज के ट्रांसपोर्ट नगर में शौचालय नहीं है. जिसके कारण लोगों को काफी दिक्कतें होती हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि कायमगंज क्षेत्र के कंपिल कस्बे में जैन तीर्थंकर भगवान विमलनाथ की जन्मस्थली है. कंपिल कस्बे में जैन तीर्थ स्थल होने के कारण यहां पर हजारों की संख्या में दूर-दराज से लोग आते रहते हैं. इसके बावजूद कंपिल आने-जाने के लिए बेहतर रास्ता नहीं है.
कंपिल जाने के लिए लोगों को ऊबड़-खाबड़ रास्ते से होकर गुजरना होता है. ऐसी स्थिति में सड़क दुर्घटना होने की स्थिति बनी रहती है. लोगों ने बताया कि उनके क्षेत्र में गंगा नदी के आटेना घाट पर बदायूं जाने के लिए पुल का निर्माण कराया गया है. लोगों का कहना है कि सरकार ने पुल तो बनवा दिया, लेकिन खराब सड़कों के कारण लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है. बातचीत के दौरान किसानों ने बताया कि उनकी गन्ने की फसल के लिए सरकार कोई हल नहीं निकाल पाई है.
जिले के कायमगंज क्षेत्र में स्थापित एक मात्र सरकारी चीनी मिल की क्षमता कम है. जिसमें क्षेत्र के किसानों की गन्ने की फसल खपत नहीं हो पाती है. उन्होंने बताया कि किसानों की मांग पर बीजेपी विधायक अमर सिंह ने गन्ना मिल की क्षमता बढ़ाने का आश्वासन दिया था. अश्वासन देने के बावजूद भी चीनी मिल की क्षमता नहीं बढ़ाई गई है. कायमगंज क्षेत्र में बनी सूत कताई मिल काफी समय से बंद पड़ी है. लोगों का कहना है कि यदि कताई मिल चालू हो जाए, तो क्षेत्र में रोजगार के अवसर खुलेंगे. जिससे सैंकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा.
बिजली-पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य अहम मुद्दे
स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके क्षेत्र में मुख्य रूप से बिजली-पानी, स्वस्थ्य व शिक्षा अहम मुद्दे हैं. कायमगंज कस्बे के लोगों ने बताया कि उनके आसपास के क्षेत्र में डिग्री कॉलेज नहीं है. बालक-बालिकाओं को उच्च स्तरीय शिक्षा ग्रहण करने के लिए फर्रुखाबाद शहर जाना पड़ता है. इसलीए लोगों की मांग है कि उनके क्षेत्र में डिग्री कॉलेज की व्यवस्था हो. इसके अलावा उनके क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर सिर्फ खाना-पूर्ति होती है. साथ ही क्षेत्र में बिजली की गंभीर समस्या है, बार-बार बिजली की ट्रिपिंग होती है. लोगों की मांग है कि सरकार उनके क्षेत्र में फैली इन अव्यवस्थाओं को दूर कराए.