फर्रुखाबादः जिले के लाकूला प्राथमिक विद्यालय बच्चे जहरीले धुंए के बीच पढ़ने को मजबूर हैं. दरअसल, स्कूल के पास एक खाली पड़े गड्ढे में नर्सिंग होम से निकलने वाला मेडिकल वेस्ट जलाया जा रहा है. ऐसे में यहां पढ़ने वाले बच्चों को रोजाना इस परेशानी से दो-चार होना पड़ता है. धुंए की वजह से बच्चों में खांसी और आंखों में जलन जैसी बीमारियां हो रही हैं.
बताया जाता है कि स्कूल के पास नगर पालिका के कर्मचारी अस्पतालों का कूड़ा डालकर आग लगा देते हैं. इससे दिनभर स्कूल के साथ आसपास की बस्ती के लोग धुएं से परेशान रहते हैं.
अधिकारी लगा रहे सर्व शिक्षा अभियान को पलीता
लाकूला बस्ती के लोगों और स्कूल के स्टाफ ने पालिका ईओ और बीएसए से इसकी शिकायत की, लेकिन बीएसए ने इस मामले से अनभिज्ञता जताई. वहीं पालिका ईओ रश्मि भारती ने कहा कि बस्ती वाले जमीन पर कब्जा करने के लिए खुद ही कूड़े में आग लगा देते हैं. सरकारी विद्यालयों में जिस तरह से अव्यवस्था व्याप्त है, उससे तो यही लगता है कि सर्व शिक्षा अभियान को केवल पलीता ही लगाया जा रहा है.
पूरे शहर का कूड़ा डंप करता है नगर पालिका
ग्राम चांदपुर और बाग लाकूला के बीच खाली पड़े गड्ढे में नगर पालिका पूरे शहर का कूड़ा डंप करता है. इसमें लोहिया अस्पताल और आसपास के नर्सिंग होम से निकलने वाला जैविक कचरा भी शामिल होता है. कूड़ा निपटान के लिए पालिकाकर्मी इसमें आग लगा देते हैं. इसके पास ही प्राथमिक विद्यालय और एक पब्लिक स्कूल भी है. विद्यालय में कुल पंजीकृत 109 बच्चों में से आधे भी यहां पढ़ने नहीं आते, जो बच्चे विद्यालय आ भी रहे हैं, उनमें से बहुत से बच्चे बीमार हो गए हैं. इन बच्चों के परिजन गंभीर बीमारियां फैलने के डर से अब उन्हें स्कूल भेजने से परहेज करने लगे हैं.
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