फर्रुखाबाद: सिरफिरे युवक ने अपनी बच्ची का जन्मदिन मनाने के बहाने 23 बच्चों को घर बुलाकर बंधक बना लिया. इस घटना के आरोपी सुभाष बाथम को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था. एसपी डॉ .अनिल कुमार मिश्र ने करथिया गांव में टीम के साथ सुभाष के घर का जायजा लिया. एसपी ने तहखाने से लेकर घर के एक-एक कोने का जायजा लिया.
एसपी ने दी जानकारी
एसपी डाॅ.अनिल कुमार मिश्र टीम के साथ मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के करथिया गांव पहुंचे. वहां उन्होंने सुभाष के घर की तलाशी ली. एसपी सबसे पहले सीढ़ी से उतरकर तहखाने में गए, जहां सुभाष ने मिट्टी की जमीन में करीब आधा मीटर गहराई का गड्ढा बना रखा था. इस गड्ढे में ही पांच किलो का सिलेंडर बम रखा गया था. इसे ब्लास्ट करने के लिए बिजली और बैट्री से जोड़ा गया था. उन्होंने बताया कि शातिर सुभाष का बिजली चली जाने से ब्लास्ट का इरादा नाकाम हो गया था, लेकिन अंजलि नाम की बच्ची ने तार तोड़कर बैटरी से ब्लास्ट करने की दूसरी योजना भी नाकाम कर दी.
पुलिस ने उसके घर से भारी मात्रा में बम बरामद किए. इसके बाद बाहर आकर देखा कि तहखाने के बगल में ही उसने 2-4 दिन पहले अस्थाई टॉयलेट शीट रखी थी. जिसे देखकर लगता है कि सुभाष बच्चों को कई दिनों तक बंधक बनाने की तैयारी में था. उसके घर में हर तरफ तारों का जाल बिछा हुआ था. इसके बाद अंदर दूसरे कमरे में गृहस्थी का सामान बिखरा पड़ा था. एसपी के अनुसार, सुभाष कमरे के अंदर पड़ी टीन शेड के नीचे बम तैयार करता था. उसके घर में सुतली, कपड़ा और कटे हुए तार के टुकड़े भी बरामद हुए हैं. एसपी ने बताया कि उसके पूरे घर में एक भी खिड़की नहीं थी.
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पड़ोसी ने बताया
पड़ोसी ने बताया कि सुभाष और उसकी पत्नी रूबी का व्यवहार मिलनसार था. वह अकसर बच्चों को टाॅफी, बिस्कुट देता था. अगर कोई काम कह दो तो वह भी कर देता था, लेकिन उसने हमारे बच्चों को बंधक बना लिया. उसके साथ जो हुआ वह बहुत अच्छा है.