फर्रुखाबाद: जिले के डॉ. राममनोहर लोहिया अस्पताल में मुख्य विकास अधिकारी और उपजिलाधिकारी सदर की टीम ने औचक छापामारी की. टीम ने डॉक्टरों की हाजिरी, स्टाफ समेत कई रजिस्टर और दस्तावेज कब्जे में लिए. इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षक समेत अधिकांश चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी गायब मिले. हालांकि मौके पर दो चिकित्सक तो ऐसे थे, जो हाजिरी रजिस्टर पर हस्ताक्षर करके चले गए थे.
- मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया और उपजिलाधिकारी सदर अमित आसेरी सुबह 8 बजे डॉ. राम मनोहर लोहिया जिला चिकित्सालय पहुंचे.
- वह सबसे पहले अस्पताल के ओपीडी हाल पहुंचे.
- मुख्य विकास अधिकारी ने सीएमएस कक्ष में जाकर उपस्थित रजिस्टर कब्जे में लेकर जांच की.
- इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अशोक कुमार भी गैरहाजिर थे.
- इनके अलावा डॉ. मनोज पांडेय, डॉ. जीमरुद्दीन, डॉ. रुपेश कुमार, डॉ. प्रशांत सिंह, डॉ. योगेंद्र सिंह, डॉ. योगेंद्र सिंह, डॉ. गौरव कुमार, डॉ. सौरभ कुमार दुबे, डॉ. नन्हू मल, डॉ. शिखर सक्सेना, डॉ. अजय कुमार, डॉ. राजकिशोर समेत 25 अन्य चिकित्सा कर्मी गायब मिले.
- इसके अलावा डॉ. प्रदीप सिंह व डॉ. विवेक सक्सेना के उपस्थित रजिस्टर में हस्ताक्षर तो थे, लेकिन अस्पताल में यह नहीं मिले.
- सीडीओ के निरीक्षण की जानकारी लगी तो आनन-फानन में सीएमएस अशोक कुमार, निवर्तमान सीएमएस डॉ. एसपी सिंह भी पहुंच गए.
अस्पताल के जितने प्रवेश और निकास द्वार हैं, वहां सभी पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं. अस्पताल में बंद आरओ प्लांट चालू करने के निर्देश दिए. एनआरसी वार्ड में भी गंदगी है.
- डॉ. राजेंद्र पेंसिया, मुख्य विकास अधिकारी, फर्रुखाबाद
उपजिलाधिकारी सदर अमित आसेरी महिला जिला चिकित्सालय पहुंचे. इस दौरान वहां सभी कक्ष बंद मिले और सीएमएस डॉ. कैलाश दुल्हानी समेत सभी चिकित्सक व कर्मचारी गैरहाजिर थे. सीडीओ और उपजिलाधिकारी सदर ने अपने निरीक्षण रिपोर्ट में उक्त सभी गैरहाजिर चिकित्सकों व चिकित्सा कर्मियों को एक दिन का वेतन रोकने और विलंब से पहुंचने वाले चिकित्सक और कर्मचारियों से स्पष्टीकरण तलब किया है. उसके बाद सीडीओ और एसडीएम सदर ने लोहिया अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष का निरीक्षण किया.