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बारिश से पहले ही फर्रुखाबाद नगर पालिका की खुली पोल, सड़क पर पहुंचा नाले का पानी

फर्रुखाबाद के हाता इस्लाम खां भीकमपुरा और श्याम नगर में पानी निकासी को लेकर समस्या बनी हुई है. यहां नालियों और नालों से गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर कीचड़ की शक्ल ले चुका है. हालांकि, स्थानीय लोगों की शिकायत का ईओ नगर पालिका ने समस्या का जल्द समाधान कराने का आश्वासन दिया है.

फर्रुखाबाद में जलभराव
फर्रुखाबाद में जलभराव
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Published : Jul 17, 2021, 6:27 PM IST

फर्रुखाबाद: शहर के कई मोहल्ले बारिश से पहले ही कीचड़ से भर गए हैं. आरोप है कि नाले और नालियों का निर्माण न होने से घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़कों पर बहता है, जिससे कीचड़ की स्थिति बन जाती है. इस समस्या के बीच स्थानीय लोगों व राहगीरों का निकलना दूभर होता है. गंदगी और बदबूदार पानी से जीना दुश्वार हो रहा है.

शहर स्थित हाता इस्लाम खां भीकमपुरा मोहल्ले में नाले का पानी सड़क पर आने से कीचड़ की स्थिति बन गयी है. स्थानीय निवासियों ने समस्या के समाधान के लिए अधिशासी अधिकारी को शिकायती पत्र भी लिखा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. हालांकि, नगरपालिका (farrukhabad municipality) ईओ रविंद्र कुमार ने जल्द समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है.

फर्रुखाबाद में जलभराव

हाता इस्लाम खां भीकमपुरा मोहल्ले की तरह ही श्याम नगर में भी जलभराव (waterlogging) और कीचड़ की समस्या है. यहां भी नाले से निकलने वाली सिल्ट हादसे का कारण बन रही है. मुख्य मार्ग पर कीचड़ होने से बाइक सवार हादसे का शिकार होकर चोटिल हो रहे हैं. स्थानीय निवासियों के अनुसार, नगरपालिका के अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया गया फिर भी नाले और जर्जर सड़क की मरम्मत का काम शुरू नहीं किया गया. जलभराव के कारण महिलाओं व बच्चों को आने-जाने में सर्वाधिक परेशानी होती है.

इसे भी पढ़ें-गरीबों को मुफ्त में दें राशन, जलभराव की समस्या हो हल

अधिशासी अधिकारी को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि हाता इस्लाम खां भीकमपुरा मोहल्ले में निर्मित नाले की गहराई करीब साढ़े छह फीट थी. सिल्ट भरने से अब नाले की गहराई मात्र तीन फीट रह गयी है. यही कारण है कि नाला ओवरफ्लो हो जाता है, जिससे जलभराव की स्थिति बन जाती है. स्थानीय लोगों ने बताया कि शिकायत करने के बाद नगरपालिका ने छोटा बुलडोजर भेजकर औपचारिकता पूरी कर समस्या के समाधान की बात कही थी, लेकिन अभी भी समस्या जस की तस बनी हुई है.

इसे भी पढ़ें-घरेलू विवाद में जेठानी ने देवरानी पर डाला खौलता हुआ दूध, हालत गंभीर

नगरपालिका के ईओ रविंद्र कुमार के अनुसार जहां नाले का पानी जमा होता था, उसे स्थानीय लोगों ने पाटकर प्लाटिंग कर दी है. इस स्थिति में नाले का पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर पहुंच रहा है. ईओ ने आश्वासन दिया है कि स्टीमेट बनते ही पानी की निकासी का स्थायी समाधान निकाला जाएगा. संभव हुआ तो सीवर टैंक का निर्माण कराया जाएगा. फिलहाल, नाले के पानी को पंपिंग सेट से निकलवाकर समस्या को त्वरित खत्म किया जाएगा.

फर्रुखाबाद: शहर के कई मोहल्ले बारिश से पहले ही कीचड़ से भर गए हैं. आरोप है कि नाले और नालियों का निर्माण न होने से घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़कों पर बहता है, जिससे कीचड़ की स्थिति बन जाती है. इस समस्या के बीच स्थानीय लोगों व राहगीरों का निकलना दूभर होता है. गंदगी और बदबूदार पानी से जीना दुश्वार हो रहा है.

शहर स्थित हाता इस्लाम खां भीकमपुरा मोहल्ले में नाले का पानी सड़क पर आने से कीचड़ की स्थिति बन गयी है. स्थानीय निवासियों ने समस्या के समाधान के लिए अधिशासी अधिकारी को शिकायती पत्र भी लिखा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. हालांकि, नगरपालिका (farrukhabad municipality) ईओ रविंद्र कुमार ने जल्द समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है.

फर्रुखाबाद में जलभराव

हाता इस्लाम खां भीकमपुरा मोहल्ले की तरह ही श्याम नगर में भी जलभराव (waterlogging) और कीचड़ की समस्या है. यहां भी नाले से निकलने वाली सिल्ट हादसे का कारण बन रही है. मुख्य मार्ग पर कीचड़ होने से बाइक सवार हादसे का शिकार होकर चोटिल हो रहे हैं. स्थानीय निवासियों के अनुसार, नगरपालिका के अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया गया फिर भी नाले और जर्जर सड़क की मरम्मत का काम शुरू नहीं किया गया. जलभराव के कारण महिलाओं व बच्चों को आने-जाने में सर्वाधिक परेशानी होती है.

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अधिशासी अधिकारी को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि हाता इस्लाम खां भीकमपुरा मोहल्ले में निर्मित नाले की गहराई करीब साढ़े छह फीट थी. सिल्ट भरने से अब नाले की गहराई मात्र तीन फीट रह गयी है. यही कारण है कि नाला ओवरफ्लो हो जाता है, जिससे जलभराव की स्थिति बन जाती है. स्थानीय लोगों ने बताया कि शिकायत करने के बाद नगरपालिका ने छोटा बुलडोजर भेजकर औपचारिकता पूरी कर समस्या के समाधान की बात कही थी, लेकिन अभी भी समस्या जस की तस बनी हुई है.

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नगरपालिका के ईओ रविंद्र कुमार के अनुसार जहां नाले का पानी जमा होता था, उसे स्थानीय लोगों ने पाटकर प्लाटिंग कर दी है. इस स्थिति में नाले का पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर पहुंच रहा है. ईओ ने आश्वासन दिया है कि स्टीमेट बनते ही पानी की निकासी का स्थायी समाधान निकाला जाएगा. संभव हुआ तो सीवर टैंक का निर्माण कराया जाएगा. फिलहाल, नाले के पानी को पंपिंग सेट से निकलवाकर समस्या को त्वरित खत्म किया जाएगा.

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