फर्रुखाबादः मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के बरेली-इटावा हाईवे स्थित गांव करथिया में आरोपी सुभाष बाथम, पत्नी रूबी और बच्ची के साथ रहता था. गुरुवार दोपहर करीब दो बजे शातिर सुभाष बाथम आसपास के घरों में गया और कहा कि उसकी एक वर्षीय पुत्री का जन्मदिन है. वह साल में दो बार बेटी का जन्मदिन मनाता है. इसलिए घर पर बच्चों की पार्टी रखी है. यह सुनकर ग्रामीणों ने अपने बच्चे सुभाष के साथ भेज दिया.
बच्चों को बनाया बंधक
कई घंटे बीत जाने के बाद बच्चों के न लौटने पर कुछ ग्रामीण सुभाष के घर पहुंचे. उन्होंने दरवाजा बंद देख खटखटाया तो सुभाष ने अंदर से फायरिंग कर दी. इससे गांव में हड़कंप मच गया. उसने कहा कि जब तक मेरी मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक बच्चों को नहीं छोड़ेगा. उसने बच्चों को घर के तहखाने में बंधक बना लिया. घर में कैद बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था. वहीं ग्रामीणों के समझाने पर देर रात सुभाष ने आदेश बाथम की 8 माह की बेटी शबनम को छत के मोखले से पुलिस को सौंप दिया.
दोस्त को मारी गोली
बंधक बच्चों को पुलिस छुड़ाने पहुंची तो आरोपी ने बम फेंक दिया. इसमें कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार, यूपी-112 के दीवान जयवीर सिंह और सिपाही अनिल कुमार घायल हो गए. वहीं आरोपी को समझाने पहुंचे दोस्त अनुपम दुबे के पैर में गोली मार दी.
इसे भी पढ़ें- 23 मासूमों पर आतंक के साये का अंत, जानिए सिलसिलेवार कब-क्या हुआ
मौसा की हत्या के आरोप में हुई थी उम्रकैद
सुभाष बाथम अपने मौसा मेघनाथ की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा पा चुका था. घर में चोरी की शिकायत पर उसने साल 2001 में मौसा की हत्या की थी. इसके बाद वर्ष 2005 में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. हालांकि 12 साल जेल में रहने के बाद हाईकोर्ट से उसे जमानत दे दी थी. करीब तीन महीने पहले एसओजी ने फतेहगढ़ में हुई चोरी के आरोप में उसे जेल भेज दिया था. वहां से डेढ़ माह पूर्व जमानत पर छूटा था.
पुलिस मुठभेड़ गई आरोपी की जान
रात करीब 1 बजे ग्रामीणों ने आरोपी को घर का दरवाजा तोड़कर बाहर निकाल लिया. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने सुभाष और उसकी पत्नी की पिटाई शुरू कर दी. पुलिस का दावा है कि भीड़ से वह छुड़ाकर अंदर भागा तो पीछे से पुलिस भी घुस गई. इस पर वह फिर फायरिंग करने लगा. जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली लगने से सुभाष की मौत हो गई. वहीं भीड़ की पिटाई से महिला गंभीर रूप से घायल हो गई. इसके बाद उसे अस्पताल भेजा गया. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
आरोपी सुभाष क्रॉस फायरिंग में मारा गया. जबकि उसकी पत्नी के साथ हुई मारपीट में वह घायल हो गई थी और इलाज के दौरान उसकी मौत हुई है. वहीं इस ऑपरेशन में 5 पुलिसकर्मी समेत 6 लोग घायल हुए हैं. आरोपी के घर से राइफल और तमंचे बरामद हुए है. उसके पास इतना गोला, बारूद था कि वह कई दिनों तक पुलिस से मोर्चा लेना चाहता था.
मोहित अग्रवाल,आईजी कानपुर