फर्रुखाबादः यूपी के फर्रुखाबाद जिले में सर्व शिक्षा अभियान के तहत 157 कंप्यूटर खरीदे गए थे. इसमें 20 कंप्यूटर चोरी हो गए. मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद सर्व शिक्षा अभियान के तहत उच्च प्राथमिक विद्यालयों से गायब 20 कंप्यूटरों के मामले में अभी तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है. लगभग 3 माह बीत जाने के बाद भी विभाग ने जांच कराने की जहमत नहीं उठाई है. बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी गोलमोल जवाब देकर पल्ला झाड़ रहे हैं.
दरअसल, उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा देने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत वर्ष 2015-16 से 2017-18 तक 157 कंप्यूटर खरीदे गए थे. लेकिन लापरवाही के चलते धीरे-धीरे है कंप्यूटर गायब हो गए. करीब 4 माह पहले मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी से मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए थे.
अपर जिलाधिकारी की जांच में एक कंप्यूटर पूर्व बीएसए व 1-1 कंप्यूटर राजेपुर व शमशाबाद ब्लॉक के परिषदीय विद्यालय में तैनात रहे रिटायर्ड शिक्षकों द्वारा ले जाया जाना पाया गया. साथ ही जिलाधिकारी कार्यालय में भी कंप्यूटर के लगे होने समेत लगभग 20 कंप्यूटर उच्च प्राथमिक विद्यालयों से गायब होने की पुष्टि की गई थी. अब फिर से इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है.
कंप्यूटरों का प्रशिक्षण देने के लिए प्रति विद्यालय 1.25 लाख रुपये खर्च हुए थे. इनमें तीन मॉनिटर, एक सीपीयू, तीन माउस, तीन की बोर्ड, तीन कुर्सियां व मेज आदि की खरीद हुई थी. बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी है नहीं बता रहे हैं कि किन-किन स्कूलों के कंप्यूटर गायब हैं और वह किन किन के पास हैं. साथ ही दोषियों पर कार्रवाई भी नहीं हो रही है. बीएससी लालजी यादव सिर्फ इतना ही बताया कि जिनके पास कंप्यूटर है उन्हें पत्र भेजकर कंप्यूटर मांगे गए हैं.
फर्रुखाबादः कंप्यूटर चोरी के मामले में दोषियों के खिलाफ अभी तक नहीं हुई कार्रवाई
जिले में उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा देने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत वर्ष 2015-16 से 2017-18 तक 157 कंप्यूटर खरीदे गए थे. लेकिन लापरवाही के चलते धीरे-धीरे 20 कंप्यूटर गायब हो गए. करीब 4 माह पहले मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी से मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए थे.
फर्रुखाबादः यूपी के फर्रुखाबाद जिले में सर्व शिक्षा अभियान के तहत 157 कंप्यूटर खरीदे गए थे. इसमें 20 कंप्यूटर चोरी हो गए. मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद सर्व शिक्षा अभियान के तहत उच्च प्राथमिक विद्यालयों से गायब 20 कंप्यूटरों के मामले में अभी तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है. लगभग 3 माह बीत जाने के बाद भी विभाग ने जांच कराने की जहमत नहीं उठाई है. बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी गोलमोल जवाब देकर पल्ला झाड़ रहे हैं.
दरअसल, उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा देने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत वर्ष 2015-16 से 2017-18 तक 157 कंप्यूटर खरीदे गए थे. लेकिन लापरवाही के चलते धीरे-धीरे है कंप्यूटर गायब हो गए. करीब 4 माह पहले मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी से मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए थे.
अपर जिलाधिकारी की जांच में एक कंप्यूटर पूर्व बीएसए व 1-1 कंप्यूटर राजेपुर व शमशाबाद ब्लॉक के परिषदीय विद्यालय में तैनात रहे रिटायर्ड शिक्षकों द्वारा ले जाया जाना पाया गया. साथ ही जिलाधिकारी कार्यालय में भी कंप्यूटर के लगे होने समेत लगभग 20 कंप्यूटर उच्च प्राथमिक विद्यालयों से गायब होने की पुष्टि की गई थी. अब फिर से इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है.
कंप्यूटरों का प्रशिक्षण देने के लिए प्रति विद्यालय 1.25 लाख रुपये खर्च हुए थे. इनमें तीन मॉनिटर, एक सीपीयू, तीन माउस, तीन की बोर्ड, तीन कुर्सियां व मेज आदि की खरीद हुई थी. बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी है नहीं बता रहे हैं कि किन-किन स्कूलों के कंप्यूटर गायब हैं और वह किन किन के पास हैं. साथ ही दोषियों पर कार्रवाई भी नहीं हो रही है. बीएससी लालजी यादव सिर्फ इतना ही बताया कि जिनके पास कंप्यूटर है उन्हें पत्र भेजकर कंप्यूटर मांगे गए हैं.