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फर्रुखाबाद: बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए मॉक-ड्रिल कर की गई तैयारी - उत्तर प्रदेश समाचार

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इस मॉक ड्रिल के तहत लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाने. डूबने से बचाने और राहत सामग्री पहुंचाने के तरीकों के बारे में बताया गया.

फर्रुखाबाद जिलाधिकारी.
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Published : Jul 20, 2019, 1:53 PM IST

फर्रुखाबाद: जिले में संभावित बाढ़ को दृष्टिगत रखते हुए शासन के निर्देश पर मॉक ड्रिल किया गया. इस मॉक ड्रिल में बाढ़ से लोगों को कैसे सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए और कैसे डूबने वाले लोगों को बचाकर प्राथमिक इलाज दिया जाए बताया गया. इसके अलावा बाढ़ में फंसे लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने का तरीका भी बताया गया.

अपर जिलाधिकारी विवेक श्रीवास्तव ने मॉक ड्रिल की जानकारी दी.


मॉक ड्रिल की बनाई गई रूप रेखा

  • फतेहगढ़ स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम मोनिका रानी की अध्यक्षता में अधिकारियों ने बैठक कर मॉक-डिल अभियान की रूप रेखा बनाई.
  • रूप रेखा बनाने के बाद इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर की स्थापना की गई.
  • मॉक ड्रिल के तहत अल्हादपुर, भटौली, पांचाल घाट और ऊगरपुर गांव में टीम ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के तरीके बताए.
  • मॉक ड्रिल के तहत टीम ने गंगा नदी में बाढ़ जैसी स्थिति तैयार की.
  • इसमें 18 वर्षीय युवक नवाब को गंगा नदी में आई बाढ़ में फंसता हुआ दिखाया गया.
  • टीम ने पूरी तैयारी के साथ बाढ़ में फंसे नवाब को सुरक्षित निकालकर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया.

हर साल बाढ़ से होता है नुकसान

  • इलाके में हर साल बाढ़ की समस्या खड़ी हो जाती है, ऐसे में प्रशासन पूरी तरह से एतिहात बरत रहा है.
  • जिलाधिकारी स्वयं कंट्रोल रूम में मौजूद रहकर राहत एवं बचाव कार्य की प्रगति लेती रहीं हैं.
  • सेना के जवानों ने भी मॉक-डिल में भाग लिया.
  • अपर जिलाधिकारी विवेक श्रीवास्तव ने पूरे अभियान का समन्वय किया.
  • दोपहर को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ऑपरेशन के बारे में रिपोर्ट दी गई.

फर्रुखाबाद: जिले में संभावित बाढ़ को दृष्टिगत रखते हुए शासन के निर्देश पर मॉक ड्रिल किया गया. इस मॉक ड्रिल में बाढ़ से लोगों को कैसे सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए और कैसे डूबने वाले लोगों को बचाकर प्राथमिक इलाज दिया जाए बताया गया. इसके अलावा बाढ़ में फंसे लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने का तरीका भी बताया गया.

अपर जिलाधिकारी विवेक श्रीवास्तव ने मॉक ड्रिल की जानकारी दी.


मॉक ड्रिल की बनाई गई रूप रेखा

  • फतेहगढ़ स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम मोनिका रानी की अध्यक्षता में अधिकारियों ने बैठक कर मॉक-डिल अभियान की रूप रेखा बनाई.
  • रूप रेखा बनाने के बाद इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर की स्थापना की गई.
  • मॉक ड्रिल के तहत अल्हादपुर, भटौली, पांचाल घाट और ऊगरपुर गांव में टीम ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के तरीके बताए.
  • मॉक ड्रिल के तहत टीम ने गंगा नदी में बाढ़ जैसी स्थिति तैयार की.
  • इसमें 18 वर्षीय युवक नवाब को गंगा नदी में आई बाढ़ में फंसता हुआ दिखाया गया.
  • टीम ने पूरी तैयारी के साथ बाढ़ में फंसे नवाब को सुरक्षित निकालकर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया.

हर साल बाढ़ से होता है नुकसान

  • इलाके में हर साल बाढ़ की समस्या खड़ी हो जाती है, ऐसे में प्रशासन पूरी तरह से एतिहात बरत रहा है.
  • जिलाधिकारी स्वयं कंट्रोल रूम में मौजूद रहकर राहत एवं बचाव कार्य की प्रगति लेती रहीं हैं.
  • सेना के जवानों ने भी मॉक-डिल में भाग लिया.
  • अपर जिलाधिकारी विवेक श्रीवास्तव ने पूरे अभियान का समन्वय किया.
  • दोपहर को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ऑपरेशन के बारे में रिपोर्ट दी गई.
Intro:एंकर- फर्रुखाबाद में संभावित बाढ़ को दृष्टिगत रखते हुए शासन के निर्देश पर मॉक ड्रिल में प्रैक्टिस की गई कि बाढ़ से लोगों को कैसे सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए और कैसे बाढ़ के पानी में डूबने वाले लोगों को बचाकर प्राथमिक इलाज दिया जाए. इसके अलावा बाढ़ में फंसे लोगों को कैसे राहत सामग्री पहुंचाई जाए इसको लेकर भी मॉक ड्रिल की गई है. अधिकारियों की टीमें पांचाल घाट, अल्हादपुर भटौली और ऊगरपुर की खाक छानती रहीं.
Body:वीओ- फर्रुखाबाद में अचानक अफरा-तफरी मच गई. कहीं एबुलेंस के सायरन बज रहे थे तो कहीं पुलिसकर्मी इधर-उधर भाग रहे थे. ये नजारा था प्राकृतिक आपदाओं के दौरान उनसे निपटने के लिए बनाई जा रही रणनीति का. फतेहगढ़ स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम मोनिका रानी की अध्यक्षता में अधिकारियों ने बैठक कर मॉक-डिल अभियान की रूप रेखा बनाई. इसके बाद यही पर इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर की स्थापना की गई. अल्हादपुर भटौली में बाढ़ से कटान, पांचाल घाट पर एक व्यक्ति के गंगा में डूबने और ऊगरपुर गांव के बाढ़ के पानी से घिर जाने की सूचना पर सभी अधिकारी पहले डीएन डिग्री काॅलेज स्थित रवानगी स्थल पर पहुंचे. यहां पर विभिन्न उपकरणों के अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम एंबुलेंस के साथ मौजूद थी. सूचनाओं के आधार पर अलग-अलग टीमें रवाना की गईं. पंचाल घाट पर तहसीलदार राजू कुमार ने एंबुलेंस व गोताखोरों के साथ पहुंच कर गंगा में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की. इस दौरान गंगा नदी में बाढ़ जैसी स्थिति तैयार की गई. जिसमें 18 वर्षीय युवक नवाब पुत्र मखसूद को गंगा नदी में आई बाढ़ में फंसता हुआ दिखाया गया और टीम ने अपनी पूरी तैयारी के साथ बाढ़ में फंसे नवाब को सुरक्षित निकालकर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया. Conclusion:बता दें कि इलाके में हर साल बाढ़ की समस्या खड़ी हो जाती है, ऐसे में प्रशासन पूरी तरह से एतिहात बरत रहा है. जिलाधिकारी स्वयं कंट्रोल रूम में मौजूद रहकर राहत एवं बचाव कार्य की प्रगति लेती रहीं. डीएम व एडीएम के अलावा सभी एसडीएम और एसपी डाॅ. अनिल कुमार मिश्र के साथ अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन सिंह व पुलिस क्षेत्रधिकारी मौजूद रहे. ऑपरेशन के दौरान पीडब्ल्यूडी, जिला पंचायत, अग्निशमन व परिवहन विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे. सेना के जवानों ने भी मॉक-डिल में भाग लिया. अपर जिलाधिकारी विवेक श्रीवास्तव ने पूरे अभियान का समन्वय किया. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में 100 पैकेट राहत सामग्री भी वितरित की गई. वहीं दोपहर को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ऑपरेशन के बारे में रिपोर्ट दी गई.

बाइट- विवेक श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी
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