फर्रुखाबादः जिले में छह जनवरी को मेला रामनगरिया की शुरुआत होने जा रही है. ऐसे में कल्पवासियों के स्नान के लिए अभी तक गंगाजल के स्वच्छ न होने से संतों में आक्रोश है. संतों का कहना है कि गंगा में गिर रहे नाले को बंद करवाने के लिए जिला प्रशासन से कहा था लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ. संतों ने चेतावनी दी है कि यदि दो जनवरी को शाम चार बजे तक न बंद हुआ तो संत अनशन पर बैठ जाएंगे. साथ ही रोड जाम भी करेंगे.
फर्रुखाबाद के पांचाल घाट गंगा तट पर करीब पचास वर्षो से मेला लगता चला आ रहा है. इस माघ मेला में हजारो साधु-सन्त व कल्पवासी गंगा स्नान करते हैं. गंगा में पूरे शहर के नालो का पानी गिरता है. इस बार छह जनवरी से छह फ़रवरी तक मेला लगना है. शहर से निकलने वाले नालों का पानी सीधे गंगा में जा रहा है.
इससे नाराज होकर साधु संतो ने घोषणा की है कि 2 जनवरी तक अगर गंगा में नाला गिरना बंद नहीं हुआ तो वे अनशन शुरू कर देंगे. रामनगरिया मेले के जूना अखाड़ा के नांगा संत सत्यगिरी, बाबा हरिदास, सुरेश गिरी, कोतवाल गिरी, पूर्णागिरि,मिथलेश गिरी आदि ने कहा की केंद्र में भाजपा सरकार के 9 साल पूर्ण होने वाले हैं. इस समय प्रयागराज में कुम्भ मेले के बाद भी गंगा मैली की मैली दिखाई दे रही है. इसका मुख्य कारण यह है शहर से निकलने वाले नालों का पानी सीधा गंगा में प्रवाहित हो रहा है.उन नालों पर कोई भी ट्रीटमेंट प्लांट नही लगाया गया है. दूसरी तरफ बड़े नालों के बाद गंगा के किनारे बसे दर्जनों गांवों की गंदकी गंगा में जा रही है ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर कई सालों से आंदोलन चलाये जा रहे है.बहुत से समाजसेवी आमरण अनशन पर भी बैठे तो जिला प्रसाशन ने उनको उठाने के लिए बड़े बड़े वादा भी कर दिए. हालांकि अभी तक ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगाया गया है.
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