फर्रुखाबादः जिले में बच्चों को बंधक बनाने वाले सुभाष बाथम की पुत्री गौरी को कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने खिलौने भेंट किए. इसके साथ ही गौरी का पालन करने वाली उसकी बुआ को करथिया गांव में सुभाष के मकान की चाभी सौंपी. गौरतलब है सुभाष ने 30 जनवरी को गांव के 23 बच्चों को बंधक बनाकर सनसनी फैला दी थी.
शुक्रवार को आईजी मोहित अग्रवाल मोहम्मदाबाद कोतवाली पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने करथिया कांड में मारे गए सुभाष बाथम और उसकी पत्नी रूबी की अनाथ पुत्री गौरी को गोद में लेकर दुलारा. आईजी ने गौरी को खिलौने और कपड़े दिए. इसके बाद बच्ची का पालन-पोषण करने वाली बुआ वेदवती को गौरी के नाम कराई गई एक लाख की एफडी दी. रक्षाबंधन को लेकर गौरी को लिफाफे में रखकर रुपये भी दिए. इस दौरान प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार को सुभाष बाथम के घर की चाबी वेदवती को देने के निर्देश दिए.
यह था मामला
फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव करथिया में अपहरणकर्ता सुभाष ने 30 जनवरी को बेटी गौरी की बर्थडे पार्टी के नाम पर 23 बच्चों को घर बुलाकर बधक बना लिया था. इस दौरान तहखाने में लगभग 12 घंटों तक बच्चे बंद रहे थे. बाद में कार्रवाई करते हुए अपहरणकर्ता सुभाष को पुलिस ने मार गिराया था और सभी बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया था. कथित तौर पर घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने सुभाष की पत्नी रूबी को भी पीटा था, जिससे उसकी अस्पताल में मौत हो गई थी. सुभाष और रूबी की मौत के बाद उनकी एक साल की बेटी गौरी की देखभाल की जिम्मेदारी कानपुर जोन आईजी मोहित अग्रवाल ने ली थी.
टॉप-10 सूची सड़क पर लगाने के दिए निर्देश
कोतवाली मोहम्मदाबाद के निरीक्षण के दौरान आईजी मोहित अग्रवाल ने टॉप-10 अपराधियों के बारे में पूछा. उन्होंने टॉप-10 अपराधियों की सूची चैराहे और तिराहे पर लगाने के निर्देश दिए. उन्होंने शातिर अपराधियों को टॉप-10 में शामिल करने को कहा. इसके साथ ही कंटेनमेंट जोन का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए.